द्दन्रुष्ठढ्ढ॥: घाटशिला प्रखंड के गालूडीह स्थित कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 30 छात्राएं पिछले मंगलवार की शाम से डायरिया से ग्रसित हैं। छात्राएं दश्त, उल्टी व बुखार से परेशान हैं। डायरिया से चार छात्राओं की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। जिन्हें गुरुवार की सुबह विद्यालय प्रबंधन ने गालूडीह के निरामय हेल्थ केयर में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहां नर्सिंग होम में चारों बीमार छात्राओं का इलाज चल रहा हैं। नर्सिंग होम में इलाजरत कक्षा नौ की छात्रा सलमा मार्डी, बारहवीं की छात्रा पुनाई होनहागा, दसवीं की छात्रा बबिता महतो व सावित्री महतो को भर्ती कराया गया हैं। छात्राओं की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर चारों छात्राओं के परिजन नर्सिंग होम पहुंचे। विद्यालय में डायरिया की सूचना पर शिक्षा विभाग ने घाटशिला अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। शंकर टुडू को जानकारी दी। जहां चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। शंकर टुडू के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम विद्यालय पहुंच कर छात्राओं के स्वास्थ्य जांच किया। छात्राओं का जांच कर इलाज शुरु किया गया। कई छात्राओं को दवा दी गई। जांच के दौरान सातवीं कक्षा की छात्रा रेखा सिंह के तबीयत बिगड़ने पर उसे भी अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी गई हैं।

टंकी के पानी में दुर्गध

नर्सिंग होम में इलाजरत छात्राओं ने बताया कि कई दिनों से पेयजल में जो टंकी से आता हैं दुर्गंध आता था। शिकायत के दो दिन बाद टंकी में बि¨ल्चग पाउडर डाला गया। शायद पानी के खराबी के कारण ही वे बीमार हुए हैं। छात्राओं ने बताया कि मंगलवार शाम को अचानक उल्टी होने लगी थी। रात में कई बार दश्त हुआ। वार्डेन के अनुपस्थिति में शिक्षिकाओं को जानकारी दी। इसके बाद अनुमंडल अस्पताल के दो महिला चिकित्सक आकर दवा दी। लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। बुधवार शाम को डॉक्टर के सलाह पर खिचड़ी खिलाई गई। रातभर उल्टी व दस्त से हम परेशान रहे।

कई छात्राओं को घर ले गए

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के 30 छात्राओं के डायरिया के प्रकोप में आने के बाद कई छात्राओं के परिजन कस्तूरबा स्कूल पहुंचे व छात्राओं के स्वास्थ्य की जानकारी ली हैं। कई परिजनों ने अपने छात्राओं को घर लेकर गए। परिजनों का कहना था कि छात्राएं स्वस्थ्य होंगी तो उन्हें लेकर वापस स्कूल ले आएंगे। निरामय हेल्थ केयर में ईलाजरत छात्रा की मां सिनी होनहागा, कल्याण महतो का कहना हैं कि स्कूल प्रबंधक के लापरवाही के कारण ही छात्राएं बीमार हुई हैं। क्योंच्क जब बच्चे पानी में दुर्गंध की सूचना दी थी उसी समय छात्राओं के स्वास्थ्य की जानकारी लेनी चाहिए थी व इलाज करवाना था। स्कूल प्रबंधन ने आज ही हमे जानकारी दी हैं।

मंगलवार से रांची में प्रशिक्षण के लिए गई थी। बुधवार मुझे मामले की जानकारी हुई हैं। मैंने तत्काल इसकी जानकारी जिला शिक्षा विभाग को दी। अनुमंडल अस्पताल से चिकित्सक मंगवाकर छात्राओं का जांच करवाया हैं। चार छात्राओं का ज्यादा तबीयत बिगड़ने के कारण उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया हैं। हालांकि ¨चता की कोई बात नहीं हैं। किस कारण से छात्राएं बीमार हुई हैं। इसकी जांच की जाएगी।

¨रकी कुमारी, वार्डन, कस्तूरबा गांधी बालिका विधालय, गालूडीह

स्कूल में छात्राओं के डायरिया से ग्रसित होने से बीमार हुए है। शायद यह फूड प्वाइ¨जग से भी हो सकता है, लेकिन अभी कहना जल्दबाजी होगी। छात्राओं का समुचित इलाज किया गया हैं। ¨चता की कोई बात नहीं हैं।

-डॉ शंकर टुडू, चिकित्सा पदाधिकारी