छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: देश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की इस्पात कंपनी इस वर्ष भी संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा की जयंती धूमधाम से मना रही है।
जेएन टाटा की 181वीं जयंती पर मुख्य समारोह तीन मार्च को होगा, लेकिन जुबिली पार्क में लाइटिंग का उद्घाटन दो मार्च को हो जाएगा। इसके लिए जुबिली पार्क समेत शहर के विभिन्न पार्को-भवनों की लाइटिंग व सजावट की जा रही है। इस बार का थीम 'टाटा स्टील की अगले दशक की तैयारी' रखा गया है। पूरी सजावट 'तैयार दशक : प्रतिबद्ध, चुस्त व टिकाऊ' के सूत्रवाक्य पर आधारित होगी। जेएन टाटा अपने समय के एक अग्रणी उद्योगपति थे। उनकी सोच के अनुरुप कंपनी बदलते बाजार के परिदृश्य और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए टिकाऊ व्यापार व चुस्त तकनीक के साथ अगले दशक के लिए अपनी तत्परता का प्रदर्शन करेगी। टाटा स्टील के कामों के लिए संस्थापक दिवस पर परेड व झांकी में भी इसकी झलक दिखेगी। पिछले साल की थीम 'टेक्नोवेशन' थी, जिसमें प्रौद्योगिकी (टेक्नोलाजी) और नवाचार (इनोवेशन) का संयोजन था।
रतन टाटा के आने की संभावना
संस्थापक दिवस समारोह में टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन तो आएंगे ही, मानद चेयरमैन रतन टाटा भी तीन मार्च को संस्थापक दिवस समारोह में शामिल हो सकते हैं।
युद्धस्तर पर जुटी जुस्को
संस्थापक दिवस समारोह में लाइटिंग व सजावट के लिए टाटा स्टील की यूटिलिटी विंग, टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (जुस्को) युद्धस्तर पर जुटी है। जुस्को के अधिकारी व कर्मचारी शहर के पार्को के अलावा सड़कों की सजावट में जुटी है। तमाम गोलचक्करों को सजाया-संवारा जा रहा है। प्रमुख सड़कों का चौड़ीकरण का काम पूरा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण सड़कों (गोलमुरी, बर्मामाइंस, साकची व बाराद्वारी के अलावा बिष्टुपुर मेन रोड पर सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करना है।
थर्मोकोल का नहीं होगा उपयोग
जुबिली पार्क की सजावट में इस बार थर्मोकोल का उपयोग नहीं किया जा रहा है। एक साफ और हरे शहर के लिए अपने मिशन के हिस्से के रूप में जुस्को ने इस वर्ष थर्मोकोल का उपयोग नहीं करने का निर्णय लिया है। सुकन्या ने बताया कि हम इस साल किसी भी मॉडल में थर्मोकोल का उपयोग नहीं करेंगे। इसके अलावा अधिक से अधिक एलइडी और कम वाट वाले बल्बों का उपयोग करके बिजली का संरक्षण करेंगे।
पेड़ों की भी होगी सजावट
संस्थापक दिवस पर पेड़ों की सजावट भी होगी। इसमें बिष्टुपुर के गोलचक्कर, सिदगोड़ा में एक पेड़, बैंक और बिष्टुपुर में राम मंदिर में एक पार्क का उद्घाटन भी होगा। नॉर्दर्न टाउन, बिष्टुपुर में कीनन स्टेडियम के पास दोराबजी टाटा पार्क का मेकओवर भी किया जाएगा। शहर की सभी प्रमुख सड़कों पर काले-पीले रंग से पेंटिंग की जा रही है, जबकि बागवानी और भूनिर्माण को बड़े दौर में किया जा रहा है।
बंगाल से आए कारीगर
जुबिली पार्क की लाइटिंग के लिए इस बार भी पश्चिम बंगाल के चंदननगर से इलेक्ट्रिशियन व कारीगर आए हैं। इन्होंने जुबिली पार्क में तरह-तरह के बोर्ड व ढांचों से पशु-पक्षी की विशेष आकृति तैयार की है। इसके अलावा भेटिया पार्क कदमा और नीलडीह पार्क की भी लाइटिंग की जा रही है।