जमशेदपुर (ब्यूरो): मेरो हाथ पकड़ ले मइया मेरो मन घबरावे, मइया का चोला हैं रंगलाल, तकदीर वाले हैं जो मां की करें भक्तिआदि श्री जीण माता के भजनों पर मंगलवार को देर रात तक भक्त झूमते रहे। मौका था शहर की धर्मिक संस्था श्री जीण माता परिवार जमशेदपुर द्वारा आयोजित जीण माता का 16वां वार्षिक महोत्सव का। मंगलवार को साकची बंगाल क्लब में जयपुर के आमंत्रित कलाकार मनीष गर्ग ने भजनों की अमृत वर्षा कर महोत्सव में उपस्थित सैकड़ों भक्तों को देर रात तक झूमने पर मजबूर कर दिया। स्थानीय भजन गायक महावीर अग्रवाल ने भी मंच का संचालन करने के दौरान मैं म्हारी मां का लाडला., सजा है प्यार दरबार मईया का समेत माता के कई भजन प्रस्तुत किये।

अतिथि हुए सम्मानित

मौके पर बतौर अतिथि विधायक मंगल कालिंदी, जीण माता प्रचार समिति रांची के अध्यक्ष एवं झारखंड प्रंतीय मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल एवं झारखंड प्रंतीय मारवाड़ी सम्मेलन के वरीय उपाध्यक्ष अशोक भालोटिया मौजूद थे। अतिथियों को दुपटटा और माता का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित कार्यक्रम के दौरान रांची से आये बजरंग सोमनी, शहर के उमेश साह, अरूण बांकरेवाल, अशोक मोदी, मुकेश मित्तल, कमल अग्रवाल, संदीप मुरारका, सांवर मल अग्रवाल आदि मौजूद थे।

मंगल पाठ में 751 महिलाएं शामिल

इससे पहले दोपहर में 3.30 बजे से गणेश वंदना के साथ श्री जीण शक्ति मंगल पाठ का आयोजन हुआ जिसमें 751 महिलाएं संयुक्त रूप से शामिल हुई। सभी महिलाएं चुदड़ी ओढ़े हुए राजस्थानी परिधान में थी। मंगल पाठ का वाचन कोलकाता से आये कलाकार कुमार दीपक एवं करिश्मा चावला ने किया।

आकर्षण का केन्द्र

मंगल पाठ से पहले ज्योत प्रज्वलन एवं पूजा में यजमान कुमुद-रमेश अग्रवाल, श्यामलता-अनिल अग्रवाल और ओम प्रकाश अग्रवाल सपत्नीक शामिल हुए। पुजारी महेश शर्मा ने पूजा करायी। इस धार्मिक महोत्सव में श्री जीण मंगल पाठ, माता का उन से सजा भव्य दरबार, दिव्य अखंड ज्योत, विशाल संकीर्तन एवं छप्पन भोग प्रसाद आकर्षण का केन्द्र बना रहा। स्पर्श डांस ग्रुप कोलकाता के कलाकारों द्धारा भजनों पर नृत्य कर महिलाओं को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। कोलकाता के कारीगरों द्वारा उन से माता का भव्य दरबार सजाया गाया था। रात में मां जीण की रसोई (भंडारा) लगभग 2000 से अधिक भक्तों ने ग्रहण किया।

इनका रहा योगदान

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थापक शंभु खन्ना, अध्यक्ष बजरंग लाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजकुमार रिंगसिया, सचिव सुनील देबुका, संस्थापक एवं कोषाध्यक्ष विनोद खन्ना, सह सचिव प्रमोद खन्ना, जगदीश खेमका, तुलसी खेमका, मनोज खन्ना, कमल अग्रवाल चिंटु, अनंत अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, पवन संघी, महेश चौधरी, बजरंग अग्रवाल, मनीष खन्ना और आशीष खन्ना आदि का योगदान रहा।