जमशेदपुर (ब्यूरो): आरटीई के तहत नामांकन के लिए पेरेंट्स को इनकम सर्टिफिकेट बनवाना होता है। इसके लिए वे करनडीह ब्लॉक ऑफिस में आवेदन दे रहे हैं। लेकिन उन्हें जो सर्टिफिकेट बनाकर दिया जा रहा है वह बिल्कुल ही उल्टा है। जिस कारण इन पेरेंट्स को काफी परेशानी हो रही है। जानकारी के मुताबिक पेरेंट्स 60 हजार और 72 हजार सालाना आय घोषित कर उसके मुताबिक प्रमाण पत्र बनाने का आवेदन दे रहे हैं, लेकिन प्रखंड कार्यालय के फिल्म ऑफिसर द्वारा उन्हें 75 हजार और 85 हजार का प्रमाण पत्र बनाकर दिया जा रहा है। इस कारण गरीब परिवार के बच्चों के नामांकन के लिए शिक्षा कार्यालय द्वारा फॉर्म तक नहीं दिया जा रहा है। इस कारण ये बच्चे नामांकन से वंचित हो जा रहे हैं।
मामले से अवगत कराया
इस मामले को लेकर अखिल झारखंड छात्र संघ ने जिले के डीसी को मांगपत्र सौंपकर मामले से अवगत कराया। उनका कहना है कि आरटीई के तहत नामांकन के लिए 72 हजार सालाना के आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। यही प्रमाण पत्र देखकर जिला शिक्षा विभाग के द्वारा आरटीई के माध्यम से नामांकन वाला प्रवेश फॉर्म दिया जाता है, लेकिन प्रमाण पत्र बनाने में गड़बड़ी के कारण बच्चे नामांकन से वंचित हो रहे हैं। छात्र संघ का कहना है कि फील्ड ऑफिसर की गलती के कारण सैकड़ो गरीब छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। डीसी के व्यस्त होने पर संघ के प्रतिनिधिमंडल ने डीडीसी से मुलाकात की और सारी बातों से अवगत करवाया। डीडीसी ने उनकी बातों को सुनने के बाद उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है। इस दौरान कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक, प्रदेश सचिव दीपक पांडेय, राजेश महतो, कुंदन यादव, पंकज गिरी और रमेश कुमार उपस्थित थे।