JAMSHEDPUR: पूर्वी सिंहभूम जिले में शनिवार को मतदान पुलिस-प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के कारण संपन्न हो गया। कहीं कोई बड़ा विवाद नही हुआ। विधानसभा के पर्यवेक्षक भी दुरुस्त नजर आए। पुलिस ने मतदान केंद्र पर अनावश्यक लगी भीड़ नहीं लगने दिया। लोगों को खदेड़ा गया। पुलिस व प्रशासन के बीच हर क्षेत्र में तालमेल कायम रहा। पुलिस कंट्रोल रूम में हर सूचना प्रसारित की जाती रही। पुलिस प्रशासन ने हर सूचना को गंभीरता से लिया और सूचना पर कार्रवाई भी की। एसएसपी अनूप बिरथरे ने बताया शांतिपूर्ण चुनाव को पुलिस ने हर संभव प्रयास किया।
सबसे मुख्य बात यह रही कि जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा और पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में उपायुक्त और एसएसपी का विशेष ध्यान रहा। मतदान केंद्रों का भ्रमण कर वहां की व्यवस्था की जानकारी लेते रहे। मतदान केंद्रों पर तैनात अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने मतदान केंद्र पर मतदाताओं के सिवाय किसी को भी फटकने नही दिया। पहचान पत्र के बिना मतदान केंद्र में प्रवेश करने नही दिया गया। बूथों पर सुरक्षा बल काफी संख्या में था। जिससे हंगामा करने की जुर्रत कोई नहीं जुटा सका। जिला प्रशासन ने विधि व्यवस्था के मद्देनजर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए थे।
सीमा सील और नो इंट्री व्यवस्था
जिले की सीमा सील कर दी गई थी। नो इंट्री के कारण शहर में वाहनों का प्रवेश नही हो सका। विधि व्यवस्था के मद्देनजर उपद्रवियों पर पुलिस ने कड़ी निगाह रखी। मतदान केंद्र के 200 गज के भीतर किसी भी पार्टी के लोगों को एकत्र होने नही दिया गया। टेंट, झंडा, कुर्सी लगाने की मनाही थी।
300 दंडाधिकारियों की की गई थी प्रतिनियुक्ति
जिले के छह विधानसभा सीट पर मतदान के लिए 300 से अधिक दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। 12 सेक्टर में शहर को बांटा गया। हर एक विधानसभा के लिए एक डीएसपी को प्रतिनियुक्त किया था। थाना की पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी को समय-समय पर मतदान केंद्र की गश्त करने के आदेश थे। 10 हजार जवानों की तैनाती की गई थी। इसमें तीन हजार पारा मिलिट्री बल के जवान थे इसके अलावा पांच हजार पुलिस बल, 500 सौ पुलिस पदाधिकारी, 800 होमगार्ड एवं जिला पुलिस के करीब 1500 पुलिसकर्मी की तैनाती की गयी थी। तीन हजार पुलिस जवान जिले से बाहर से मंगाए गए थे। पांच हजार पुलिस बल के अलावा पांच सौ पुलिस पदाधिकारियों की फौज को भी लगाया गया था।