JAMSHEDPUR: कोल्हान कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में वोकेशनल सेल के तहत संचालित सभी कोर्स के विद्यार्थियों के लिए नियमित प्लेसमेंट अभियान चलाया चलाया जाएगा। ये बातें केयू के वीसी प्रो गंगाधर पंडा ने जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज में वोकेशनल सेल द्वारा आयोजित बैठक में शनिवार को कहीं। उन्होंने कहा कि प्लेसमेंट का स्तर बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। कुलपति ने नामांकन प्रतिशत बढ़ाने के साथ शिक्षकों के नियमित वेतन भुगतान की दिशा में कारगर कदम उठाने की बात कहीं। बैठक में केयू वोकेशनल सेल के समन्वयक डॉ। संजीव आनंद, वर्कर्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ। एसपी महालिक और कॉलेज के वोकेशनल सेल के समन्वयक डॉ अनिल कुमार पाठक समेत सभी शिक्षक मौजूद थे।
प्रोफेशनल कोर्स में नये बदलाव की जरूरत
वोकेशनल कोर्स की समीक्षा बैठक में कुलपति प्रो.गंगाधर पंडा जमशेदपुर को ऑपरेटिव कॉलेज के शिक्षकों के साथ गूगल मीट से जुड़े। उन्होंने प्रोफेशनल कोर्स की अहमियत और इससे संबंधित आने वाले नए बदलाव के बारे में बताया। साथ ही इसके लिए शिक्षक को कम्युनिकेशन स्किल बढ़ाकर खुद को अपडेट रखने की सलाह भी दी। बैठक में केयू के सीवीसी डॉ संजीव आनंद, प्राचार्य डॉ.वीके सिंह और कॉलेज के वोकेशनल विभाग के समन्वयक संजय यादव व सात असिस्टेंट प्रोफेसर भी उपस्थित रहे। इससे पहले ग्रेजुएट कॉलेज में वोकेशनल सेल की बैठक को भी ऑनलाइन संबोधित करते हुए कुलपति प्रो। गंगाधर पंडा ने वोकेशनल कोर्स को ज्यादा रोजगारपरक बनाने पर बल दिया। बैठक में केयू के सीवीसी के साथ प्राचार्य डॉ। डीके धंजल, वाकेशनल सेल की समन्वयक डॉ। अनामिका समेत अन्य मौजूद थीं।
वर्कर्स कॉलेज में बैठक
कोल्हान यूनिवर्सिटी में यूजी व पीजी की फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारियों के बारे में विभिन्न कॉलेजों की परीक्षा नियंत्रकों एवं ¨प्रसिपलों को जानकारी दी। वर्कर्स कॉलेज, मानगो में आयोजित बैठक की अध्यक्षता केयू के वीसी प्रोफेसर गंगाधर पंडा ने की। उन्होंने बताया कि यूजी की परीक्षाएं 25 सितंबर तथा पीजी की परीक्षाएं 29 सितंबर से संभावित है। बस राज्य सरकार से अनुमति का इंतजार है।
वीसी ने बताया कि यूजीसी व सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद कोरोना संक्रमण के बीच में ही परीक्षाएं आयोजित की जानी तय हैं। प्रत्येक परीक्षा केंद्र के अंदर दो छात्रों के बीच कम से कम छह फीट की दूरी रहेगी। विश्वविद्यालय द्वारा यूजी के लिए 31 तथा पीजी के लिए 11 केंद्र बनाए गए है, जो पहले से दोगुना हैं। एक दिन में तीन पाली में परीक्षाएं आयोजित होंगी। परीक्षा केंद्र में प्रवेश से पहले छात्रों का थर्मल स्क्री¨नग किया जाएगा, साथ ही मास्क अनिवार्य होगा। मालूम हो कि यूजी व पीजी की फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा में करीब तीस हजार छात्र शामिल होंगे।