JAMSHEDPUR: कहु नानक सभ तेरी वडिआई कोई नाउ न जाणै मेरा आदि कीर्तन गायन कर संगत को तख्त श्री हरिमंदिर साहिब पटना से आए कीर्तनी भाई कुलविंदर सिंह जी ने निहाल किया। पंजाब से कथा वाचक भाई दिलबाग सिंह जी गुरुनानक देव जी के जीवनी पर प्रकाश डाला। गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव के मौके पर कीताडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से कीताडीह स्थित आरपीएफ मैदान में कीर्तन दरबार का आयोजन शनिवार को किया गया। इस मौके पर झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान शैलेंद्र सिंह, पार्षद किशोर यादव, सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे सहित अन्य अतिथियों को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया।
गुरुद्वारा से निकली शोभा यात्रा
कीताडीह गुरुद्वारा से शनिवार की सुबह करीब 9.30 बजे शोभा यात्रा निकाली। यह शोभा यात्रा गुरुद्वारा से निकलकर कीताडीह आरपीएफ मैदान में बने पंडाल तक गई। इसके बाद कीर्तन गायन आरंभ हुआ। दोपहर बारह से साढ़े बारह बजे तक सहज पाठ का आयोजन किया जाएगा। अमृतसर से आए कथावाचक भाई दिलबाग सिंह जी द्वारा श्लोक महला नौवां का पाठ संगत के बीच किया। जिनके पीछे-पीछे संगत बोल रही थी। दोपहर को संगत के बीच लंगर की सेवा की गई।
12 को सजेगा दरबार
प्रधान अर्जुन वालिया ने बताया कि 12 नवंबर को कीताडीह गुरुद्वारा में समागम का आयोजन किया जाएगा। इसमें गुरु का अटूट लंगर संगत के बीच सेवा की जाएगी।