छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) हॉस्पिटल के मेडिकल वार्ड में घुसकर छह मार्च की रात 58 वर्षीय महिला मरीज से दुष्कर्म करने वाले गुतु प्रमाणिक को पुलिस ने आठ दिन बाद हावड़ा ब्रिज के पास से धर दबोचा है। रविवार तड़के तीन बजे उसे गिरफ्तार किया गया है। वह बिरसानगर थाना क्षेत्र जोन नंबर वन-बी का निवासी है। पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है। पीडि़ता ने भी उसकी पहचान कर ली है। चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि दुष्कर्म के बाद आरोपित ने पीडि़ता को वहीं जमीन पर सुला दिया। खुद उसकी बेड पर चार घंटे तक सोया रहा। नींद से जागने के बाद सुबह चार बजे के बाद निकल गया। इससे पहले पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए सीसीटीवी फुटेज शनिवार को जारी किया था। सूचना देने वालों को 10 हजार इनाम देने की घोषणा की गई थी। बताते चलें कि अस्पताल प्रबंधन ने अपनी गर्दन बचाने के लिए घटना को अफवाह बताया था। इतना ही नहीं पीडि़ता समेत प्रत्यक्षदर्शी दो महिलाओं को डिस्चार्ज कर घर भेज दिया था। मामला उजागर होने पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निर्देश पर एसएसपी ने मामले की जांच शुरू की। अंतत: पीडि़ता को पुलिस ने खोज निकाला।
आरोपित को दिलाएंगे कड़ी सजा : बन्ना
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि एमजीएम अस्पताल में हुई दुष्कर्म की घटना राज्य के लिए कलंक के समान है। मंत्री ने कहा-'जैसे ही घटना उजागर हुई मैंने जिला पुलिस को एसआइटी गठन करने का आदेश दिया। पुलिस बधाई की हकदार है कि उसने इतनी जल्दी अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया। अब हम स्पीडी ट्रायल कराकर दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे, ताकि दोबारा कोई ऐसा घृणित कार्य करने से पहले सौ बार सोचे.' परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में बन्ना ने कहा कि एमजीएम अस्पताल की सुरक्षा पुख्ता की जाएगी। अभी उपायुक्त के माध्यम से अस्पताल अधीक्षक को शोकॉज नोटिस दिया गया है, उनका जवाब आने पर कारणों की समीक्षा की जाएगी। उनकी जानकारी के मुताबिक पहले एमजीएम अस्पताल की सुरक्षा में होमगार्ड के 400 जवान प्रतिनियुक्त किए गए थे। अब सरकार ने उन्हें किन कारणों से हटाया, इसका पता लगाया जाएगा। अस्पताल में कोई भी अवांछित तत्व बिना किसी वजह के वार्ड में घुस जाए, इसे रोकना होगा। हम देखेंगे कि अस्पताल की सुरक्षा के लिए क्या किया जा सकता है।