JAMSHEDPUR: 30वें फ्लॉवर शो का उद्घाटन 22 दिसंबर से होगा। बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में 25 दिसंबर तक चलनेवाले इस रंगबिरंगे फूलों की खुशबू से सराबोर इस आयोजन का उद्घाटन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू 22 दिसंबर को दिन के 2.30 बजे करेंगी। उद्घाटन समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन। इस वर्ष इस आयोजन का थीम आर्ट इन ब्लूम रखा गया है। यह जानकारी बुधवार को सेंटर फोर एक्सीलेंस में आयोजित संवाददाता समारोह में हॉर्टीकल्चर सोसाइटी ऑफ जमशेदपुर की चेयरपर्सन रुचि नरेंद्रन, अध्यक्ष मधुलिका शर्मा व महासचिव अरुण ने दी। 25 को शाम चार बजे समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे टाटा स्टील टीक्यूएम एंड स्टील बिजनेस के प्रेसीडेंट आनंद सेन।
अलग-अलग प्रतियोगिता
फ्लॉवर शो में शौकिया व संस्थागत की अलग-अलग प्रतियोगिता होगी। दोनों को अलग-अलग 10 कैटगरी और 101 सेक्शन में बांटा जाएगा। विजेताओं का निर्णय देशभर से आमंत्रित किए गए हॉर्टीकल्चर विशेषज्ञ करेंगे।
बिक्री के लिए लगेंगे स्टॉल
जो लोग पौधे खरीदकर ले जाना चाहते हैं उनके लिए 28 स्टॉल होंगे। इसके अलावा अन्य 15 स्टॉल में बागवानी से जुड़े उपकरण व अन्य सामग्री बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। इसके अलावा खानपान के लिए स्टॉलों की संख्या छह से बढ़ाकर नौ कर दी गई है। 23 व 24 को शाम छह बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। मदद के लिए हेल्पडेस्क तो होगा ही जरूरतमंदों के लिए अलग से दो व्हीलचेयर का इंतजाम किया गया है। 23 दिसंबर को सुबह नौ बजे से सिट एंड ड्रॉ प्रतियोगिता में शहर के विभिन्न स्कूलों के करीब 500 बच्चे अपनी पेंटिंग कला का प्रदर्शन करेंगे।
23 व 24 को तकनीकी सत्र
इस बार का आयोजन कुछ नई विशेषताओं को लिए होगा। 23 व 24 को तकनीकी सत्र की खासियत ऑर्किड व आर्गेनिक फार्मिग होगी। इंडियन रोज फेडरेशन के प्रणवीर मैती पॉट में गुलाब उगाने, ओडिशा यूनिवर्सिटी की डॉ। सौदामिनी स्वाई औषधीय पौधों की खेती, कोलकाता के सुनील मित्रा मौसमी पौधों व उसकी देखभाल, जमशेदपुर की जस्मिन बगली ऑर्किड बागवानी पर प्रस्तुति देंगी। 24 को इंडोर प्लांट्स, किचन गार्डेन में सब्जी उगाने, ऑर्गेनिक फार्मिग व रेन वाटर हार्वेस्टिंग इन किचन गार्डेन पर प्रस्तुति दी जाएगी।
नो पॉलीथिन का संदेश
आयोजन नो पोलीथिन का संदेश देगा। आयोजन स्थल पर पॉलीथिन पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। फ्लॉवर शो आनेवालों को अपना बैग लेकर आना होगा। यदि वे किसी पौधे या बागवानी से संबंधित सामग्री खरीदते हैं तो उसे अपनी व्यवस्था के तहत ले जाना होगा।