जमशेदपुर (ब्यूरो): इस दो दिवसीय फिल्म फेस्टीवल में पहले दिन शनिवार को 7 और अंतिम दिन रविवार को 6 कुल 13 फिल्में 8 हिंदी, 2 अंग्रेजी, 2 बंगाला एवं 1 असमी फिल्म दिखायी गयी। इसमें 6 से लेकर 29 मिनट तक की फिल्में शामिल थीं। दो दिनों तक दिखायी गयी 13 फिल्मों में से कई ऐसी फिल्में थी, जिसे इंटरनेशनल एवं नेशनल अवार्ड मिल चुका है। मौजूद दर्शकों ने भी उसे खूब सराहा। रविवार को फर्क (हिंदी), तलाशी - द सर्च (हिंदी), नक्शा (हिंदी), सुवर्णरेखा के तट पर (हिंदी), हाथी खेड़ा का पवित्र उपवन (हिंदी), नो पार्किंग (असमिया) फिल्में दिखायी गईं।
कॉम्पटीशन नहीं फेस्टिवल है
रविवार को टेक 5 कम्यूनिकेशन के प्रमुख एवं फिल्म डायरेक्टर तथागत भट्टाचार्जी ने कहा कि यह कोई कॉम्पटीशन नहीं फेस्टिवल है और इस तरह के फेस्टिवल में नये फिल्म डायरेक्टरों को पुराने प्रोफेशनल डायरेक्टरों से बहुत कुछ सिखने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि आज फिल्म मेकिंग में कैरियर की संभावनाएं बहुत बढ़ गयी हैं। जमशेदपुर समेत झारखंड के कलाकारों को भी लघु फिल्मों में मौका मिल रहा है। फिल्म निर्माण का स्तर हर वर्ष बढ़ते जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष दो दिवसीय शॉर्ट फिल्म फेस्टीवल में 13 में से 5 फिल्म जमशेदपुर में बनी हैं। जिसके डायरेक्टर और कलाकार भी लौहनगरी के ही हैं। लघु फिल्मों में काम करने वाले जमशेदपुर के कई कलाकार आज बड़े फिल्मों एवं टीवी सीरियलों में मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई के फिल्म उद्योग में काम कर रहे हैं और कई अन्य पेशेवर जमशेदपुर और झारखंड के अन्य भागों में काम कर रहे हैं।