जमशेदपुर (ब्यूरो)। ईडी के शिकंजे में आए कोलकाता के व्यवसायी अमित अग्रवाल से जुड़े मामले में शुक्रवार को आयकर विभाग की टीम ने कोल्हान के बड़े कारोबारी व उद्यमी राजकुमार शाह के छह ठिकानों पर छापा मारा।
शाह ब्रदर्स के मालिक राजकुमार शाह के ठिकानों पर आयकर की टीम सुबह सात से आठ बजे जमशेदपुर व चाईबासा के ठिकानों पर जब पहुंची, तो अफरातफरी मच गई। जिन ठिकानों पर छापेमारी चल रही है, उसमें जमशेदपुर के सर्किट हाउस एरिया स्थित राजकुमार शाह के आवास Óश्रीनिवासÓ, आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित इंपीरियल ऑटो का स्कोडा शोरूम व पूर्वी ङ्क्षसहभूम जिला स्थित शाह स्पंज एंड पावर लिमिटेड प्लांट के अलावा पश्चिमी ङ्क्षसहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा के यूरोपियन क्वार्टर स्थित आवास और सदर बाजार स्थित कार्यालय के अलावा सारंडा स्थित करमदा आयरन ओर माइंस शामिल है।
15 अधिकारियों की टीम
दोनों जिलों में लगभग 15-15 अधिकारियों की टीम है, जो पिछले पांच वर्ष में हुए अवैध लेन-देन के कागजात व सुबूत खंगाल रहे हैं। जहां भी छापेमारी चल रही है, वहां किसी के भी आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। न कोई बाहर से जा रहा है, ना अंदर से निकलने की किसी को अनुमति है। घर व कार्यालय में मौजूद सभी लोगों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है। इस कारण बाहरी लोगों का संपर्क शाह परिवार के सदस्यों से नहीं हो पा रहा है। आयकर अधिकारी छापों के संबंध में कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।
टैक्स चोरी की सूचना पर रेड
एक आयकर अधिकारी ने बताया कि कर चोरी की सूचना के आलोक में ये छापे मारे जा रहे हैं। पिछले चार-पांच साल में हुए कारोबार से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। कंप्यूटर में दर्ज रिपोर्ट का भी अध्ययन करने के साथ-साथ बैंक खाते, चल व अचल संपत्ति से संबंधित जानकारी भी ली जा रही है। जब तक अनुसंधान पूरा नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगी। आयकर अधिकारी ने बताया कि शनिवार को भी यह पड़ताल जारी रहेगी। राजकुमार शाह के पुत्र सुमित शाह ने बताया कि फिलहाल उन्हें विशेष जानकारी नहीं है। मैं बाहर हूं, लौटने पर कुछ बता सकूंगा।
2016 में भी पड़ा था छापा
राजकुमार शाह के ठिकानों पर यह दूसरी छापेमारी है। इससे पहले 2016 में भी इन ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। उस वक्त राजकुमार शाह के समधी व ङ्क्षसहभूम चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल के मामले में छापेमारी हुई थी। अग्रवाल राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवार थे, जिसमें हार्स ट्रेङ्क्षडग को लेकर करोड़ों रुपये पकड़े गए थे। उसमें यह बात सामने आई थी कि इसमें राजकुमार शाह के पैसे लगे थे।