JAMSHEDPUR: सिदगोड़ा थाना क्षेत्र टाटा रायसन के पास वैगनआर कार सवार क्रिमिनल्स ने 28 जुलाई की रात ट्रेलर ड्राइवर अमरजीत सिंह की पिटाई करते हुए बंधक बना लिया। पर्स और मोबाइल छीनने के बाद ट्रेलर भी ले भागे। मामले में पुलिस ने इंटरस्टेट गिरोह के पांच क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है। साथ ही लूट में इस्तेमाल की गई कार और मोबाइल भी बरामद किया है। इसकी पुष्टि शुक्रवार को मुख्यालय-एक के डीएसपी पवन कुमार ने की। मौके पर सिदगोड़ा थाना प्रभारी मनोज ठाकुर भी मौजूद थे।
विकास यादव है सरगना
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार लुटेरों में टेल्को महानंद बस्ती निवासी विकास यादव, बर्मामाइंस टयूब कॉलोनी के राहुल मुखी और लूट की गाड़ी की खरीद-बिक्री करने वालों में ओडि़शा के क्योंझर जिले के पदमपुर निवासी अमूल्य कुमार मिश्रा, बसंत महापात्र और भुवनेश्वर के लक्ष्मीनगर निवासी नंदकिशोर यादव शामिल हैं। इन सभी के पास से कुल पांच मोबाइल जब्त किए गए हैं। वाहन की बरामदगी व गिरोह के सदस्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम हैदराबाद गई है। विकास यादव पहले भी लूट मामले में जेल जा चुका है।
लूट को ऐसे दिया अंजाम
ट्रेलर चालक घटना के दिन वाहन में सीआरएम काम्पलेक्स के पास था। विकास यादव और राहुल मुखी अपने दो साथियों के साथ कार से पहुंचे। चालक को मारपीट कर कार में बैठा गोलमुरी थाना क्षेत्र टिनप्लेट की ओर ले गए। वहां धमकी देते हुए उससे पर्स और मोबाइल लूट लिया। इसके बाद चालक को उतार दिया और भाग जाने को कहा। इसके बाद कार सवार ट्रेलर के पास पहुंचे। ट्रेलर को लेकर भाग निकले। मानगो होते घाटशिला अनुमंडल के धालभूमगढ़ पहुंचे। उस समय रात के तीन बज रहे थे।
ड्राइवर के मोबाइल से धराए लुटेरे
ट्रेलर ड्राइवर अमरजीत सिंह से मारपीट कर लुटेरों ने मोबाइल छीन लिया था। गिरोह के एक सदस्य उसके मोबाइल का सिम फेंककर अपने नाम का सिम लगाकर उपयोग कर रहा था। चालक का मोबाइल इस्तेमाल करने के कारण एक लुटेरा पकड़ा गया। इसके बाद बारी-बारी से सभी सदस्य पकड़े गए।
25 लाख का ट्रेलर 9 लाख में बेचा
लूट-चोरी की वाहन की खरीद करने वाले ने ओडि़शा के क्योंझर जिले के पदमपुर निवासी अमूल्य कुमार मिश्रा और बसंत महापात्रा से संपर्क किया। वाहन की तस्वीर व्हाट्सअप से भेजी। इसके बाद इन दोनों ने भुवनेश्वर के साथी नंदकिशोर यादव को तस्वीर भेजी। उसने हैदराबाद के साथी से संपर्क किया। उसने वाहन की खरीद-बिक्री का सौंदा नौ लाख रुपये में तय किया। रुपये भी नंद किशोर यादव और उसके एक साथी तक पहुंचा दिए गए.बरामद कार लुटेरा गिरोह का सरगना विकास यादव है। गिरोह ने 25 लाख के ट्रेलर को हैदराबाद में नौ लाख रुपये में बेच दिया।
तीन लाख रुपये मिले सरगना को
झारखंड के धालभूमगढ़ से ओडि़शा क्योंझर के चंपुआ तक वाहन को पहुंचा दिया गया। तीन लाख रुपये विकास यादव को अमूल्य मिश्रा, बसंत महापात्रा और एक अन्य ने दिया। वाहन को तीनों ने भुवनेश्वर निवासी नंदकिशोर यादव को पहुंचा दिया। इसके एवज में तीनों को ढाई लाख रुपये मिले। नंदकिशोर यादव ने वाहन को हैदराबाद के साथी को भिजवा दिया। इसके लिए उसे तीन लाख रुपये मिले।
पुलिस को अब भी 5 की तलाश
पुलिस टीम को लुटेरा गिरोह और वाहन की खरीद-बिक्री से जुड़े पांच और सदस्यों की तलाश है। ट्रेलर लूटने में विकास यादव, राहुल के साथ दो और साथी थे। ओडि़शा क्योंझर, भुवनेश्वर और हैदराबाद में वाहन की खरीद-बिक्री करने वाले तीन की तलाश पुलिस को है।
ट्रेलर के पार्ट्स खोले जाने की आशंका
पुलिस आशंका जाहिर कर रही है कि लूटे गए ट्रेलर का पार्ट्स खोल दिया गया होगा। उसकी बिक्री कर दी गई होगी। हैदराबाद का सदस्य लूट-चोरी के वाहन की खरीद-बिक्री करता है।