SARAIKELA: आदित्यपुर थाना क्षेत्र अतंर्गत मेडिट्रीना अस्पताल में किडनी की मरीज रेणु देवी की मौत मामले में परिजनों के शिकायत पर हिरासत में लिए गये चिकित्सक मनौवर अली को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने तथा अस्पताल में तोड़फोड़ व चिकित्सक के साथ मारपीट किये जाने के मामले में आईएमए के चिकित्सकों ने रविवार को आदित्यपुर थाना में प्रदर्शन किया। वहीं मेडिट्रीना अस्पताल के सेंटर हेड राजीव आर ने मरीज के परिजनों पर मरीज की मौत के बाद हंगामा, तोड़-फोड़ व इलाज करनेवाले चिकित्सक मनौवर अली के साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए थाना में लिखित शिकायत की है। इसमें बताया कि अस्पताल में मनोज सिंह की 49 वर्षीय पत्नी रेणू देवी का अस्पताल में इलाज चल रहा था। रेणू देवी का सप्ताह में तीन बार डायलेसिस डा। दीपक कुमार की देखरेख में होता था। शनिवार की रात आठ बजे के करीब महिला का इलाज के क्रम में मौत के बाद पांच से सात लोग अस्पताल में प्रवेश किये और मारपीट की।
दर्ज कराई प्राथमिकी
इधर, परिजनों ने आदित्यपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। मृतका के पति मनोज सिंह ने बताया कि शनिवार को चिकित्सकों ने डायलेसिस करने के पूर्व एक यूनिट रक्त लाने को कहा। अस्पताल को रक्त 12 बजे उपलब्ध करा दिया गया, लेकिन शाम तक डायलेसिस नहीं किया गया, जिसकी वजह से रेणू देवी की मौत हो गयी। बताया कि अस्पताल के डॉ मो साहीद, मुनौवर अली, राजू पिल्ले, डॉ दीपक कुमार इलाज कर रहे थे।
चिकित्सक को हिरासत में लिए जाने का विरोध
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आदित्यपुर थाना में प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस द्वारा घटना के बाद चिकित्सक मुनौवर अली को हिरासत मे लिए जाने तथा मोबाइल जब्त करने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। चिकित्सकों ने कहा कि इलाज के दौरान मौत हुई है, लेकिन मृतक के परिजनों द्वारा चिकित्सक पर आरोप लगाया गया और पुलिस ने चिकित्सक को हिरासत में लेकर रात भर थाना में बैठाकर रखा। कहा कि अस्पताल में चिकित्सक से मारपीट करने तोड़फोड़ मामले में पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करे। प्रतिनिधिमंडल में आईएमए के उपाध्यक्ष अर¨वद कुमार, एमजीएम के उपाधीक्षक नकुल चौधरी, ईएसआईसी अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ मींटू अखौरी सिन्हा, डॉ अशोक, डॉ विमलेश, डॉ राजीव, सौरभ चौधरी आदि शामिल थे।