छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की ओर आईसीएसई (10वीं) और आईएससी (12वीं) की ओर से जारी किया गया है। जानकारी के अनुसार आइसीएसई का टॉपर इस बार सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल से निकला है। कान्वेंट की अद्रिका घोष ने 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर झारखंड टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया है। इधर, आइएससी साइंस में कारमेल जूनियर कॉलेज की ऐश्वर्या सैम व राजेंद्र विद्यालय के आयुष कुमार ने 99.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर झारखंड टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया है। वहीं, कॉमर्स में लिटिल फ्लावर स्कूल टेल्को की दिया चक्रवर्ती ने 98.5 तथा लोयोला की आयशानी मिश्रा ने आ‌र्ट्स में 98.25 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जमशेदपुर टॉपर बनी है। आटर्स में आयशानी के झारखंड टॉपर बनने की भी संभावना है।

डीएवी पटेल नगर का शानदार प्रदर्शन

डीएवी पब्लिक स्कूल पटेलनगर के आईसीएसई 10वीं की बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत व 12वीं में 95 प्रतिशत छात्र सफल हुए। सफल हुए छात्रों को विद्यालय प्रबंधन की ओर से उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी गई। विद्यालय की प्राचार्या चेतना चौधरी व शिक्षकों समय समय पर छात्रों को गाइडलाइन दिए गए ताकि छात्र बेहतर कर सकें।

जेवियर्स स्कूल के शत-प्रतिशत सफल

सीआईएससीई की ओर से जारी दसवीं परीक्षा के परिणाम में जेवियर्स स्कूल, गम्हरिया के शत-प्रतिशत बच्चे सफल रहे। उस स्कूल से इस वर्ष कुल 81 छात्र-छात्राएं दसवीं की परीक्षा में सम्मिलित हुए थे, जिनमें सभी उत्तीर्ण घोषित किए गए। इसमें टॉप पांच में दो लड़के तथा तीन लड़कियों ने बाजी मारी। इसमें 96.2 प्रतिशत अंक लाकर ईशा अग्रवाल प्रथम स्थान पर रही। जबकि 95.8 प्रतिशत लाकर आदित्य प्रेम द्वितीय, 94 प्रतिशत प्राप्त कर पीयूष अग्रवाल तृतीय, 93.6 प्रतिशत अंक लाकर मोनिका रानी व मेघा पॉल क्रमश: चौथे व पांचवे स्थान पर रही। स्कूल के प्रिंसिपल फादर कुरुविला समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने सभी सफल छात्र-छात्राओं को बधाई दी है।

12वीं विज्ञान में रोहण, वाणिज्य में आकृति और 10वीं में अमन सिंह रहे स्कूल टॉपर

छोटा गो¨वदपुर स्थित विग इंग्लिश स्कूल के आईएससी एवं आइसीएससी- 2020 का परिणाम बेहतर रहा। बारहवीं विज्ञान में रोहण भगत, वाणिज्य में आकृति कुमारी एवं दसवीं में अमन कुमार सिंह स्कूल टॉपर रहे। बारहवीं विज्ञान में प्रथम स्थान रोहण भगत 85 फीसद , द्वितीय सोनी कुमारी 83 फीसद , अनुपमा हेम्ब्रम 83 फीसदी, तृतीय शिनु कुमारी को 81.25 अंक मिले है। बारहवीं वाणिज्य में प्रथम स्थान आकृति कुमारी 82 फीसद, द्वितीय अंजली भारद्वाज 76 फीसद, तृतीय संजय गोप 74.25 फीसद, 10वीं में प्रथम स्थान अमन कुमार सिंह 92 फीसद , द्वितीय पायल गोराई 91.40 फीसद, तृतीय आदित्य कुमार अग्रवाल 91 फीसद अंक प्राप्त किया है। स्कूल के प्रिंसिपल जेके बनर्जी ने कहा कि हमारे लिए और अभिभावकों के लिए गर्व की बात है कि विद्यालय का परिणाम सराहनीय रहा। इस सफलता के पीछे छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षक-शिक्षिकाओं का योगदान है।

इंजीनियर बनने की ख्वाहिश है रुपिका की

रुपिका सिन्हा 99 फीसदी अंक लाकर जूनियर कार्मेल स्कूल की सेकेंड टॉपर बनी है। रुपिका भविष्य इंजीनियर बनना चाहती है। इसके लिए रुपिका ने ¨सगापुर स्थित नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफर ¨सगापुर और नानिया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी में दाखिला के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है। रुपिका बताती है कि स्कूल में हर एक विषय कचे अच्छे से समझती थी ताकि बाद में परेशानी न हो। इसके अलावे स्कूल डिबेट सहित स्कूल की अन्य गतिविधियों पर भी विशेष ध्यान देती थी। इससे पढ़ाई में फोकस करने में आसानी हुई। रीतिका अपने मम्मी वृतिका सिन्हा और पापा आरएस सिन्हा के प्रति आभार व्यक्ति की। जिन्होंने पढ़ाई हो या किसी अन्य अवसर पर हमेशा उनकी मदद की। वृतिका कुशल गृहिणी और पिता आरएस सिन्हा व्यवसायी हैं।

गौरव एसकेपीएस का साइंस टॉपर

बिष्टुपुर स्थित श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल में गौरव घोष आइएससी साइंस का स्कूल टॉपर बना है। उसे 91.5 फीसद अंक आए हैं। गौरव का बड़ा भाई खरसावां पालिटेक्निक में अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। गौरव भी बीटेक करना चाहता है। गोरव ने बताया कि उसकी मां गृहिणी है, जबकि पिता उत्तम कुमार घोष टाटा स्टील में ठेका कंपनी के अधीन भारी वाहन के चालक हैं। गौरव को मैथ और कंप्यूटर साइंस में खास रुचि है, लिहाजा वह इसी विषय से इंजीनिय¨रग की पढ़ाई भी करना चाहता है। गौरव को फुटबॉल बहुत पसंद है, लेकिन बागबेड़ा स्थित रोड नंबर पांच के आसपास कोई मैदान नहीं होने से उसकी यह रुचि मन में ही रह गई। खेल का शौक वीडियो गेम से पूरा कर रहा है। इस परीक्षा के लिए उसने परसुडीह में साइंस का ट्यूशन करता था, जबकि बाकी सेल्फ स्टडी से तैयारी की।

जब मन आया तब पढ़ा, बन गया सिटी टॉपर

अनिकेत आनंद 495 अंक (99 प्रतिशत) लाकर लोयला स्कूल का टॉपर बना है। यह दुर्भाग्य है कि 98 अंक लाने के बावजूद गणित का विषय जुड़ नहीं पाया और अंग्रेजी अनिवार्य विषय होने के कारण उसके 95 अंक कुल प्राप्तांक में जुड़े हैं नहीं तो अनिकेत 99.6 फीसदी लाकर सिटी ही नहीं झारखंड टॉपर बन सकता था। बकौल अनिकेत, पढ़ाई को लेकर मैं कभी दबाव में नहीं रहा। जब मन किया तब पढ़ाई की। कभी ट्यूशन नहीं लिया और सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया। मम्मी बबीता और पापा एएन चौधरी ने भी पढ़ाई में मेरी मदद की। कभी भी घर से दबाव नहीं आया। मूड फ्रेश करने के लिए दोस्तों से व्हाट्सएप पर चैट करता था। अनिकेत बहुमुखी प्रतिभा का धनी है। प्रेरणा टैलेंट सर्च एक्जाम में टॉपर, आइआइटी कानपुर द्वारा आयोजित टेकक्रिटी ओवर स्कूल चैम्पियनशिप में ऑल इंडिया रैंक में तीसरा स्थान मिला था। इसके अलावे सीआइएसइ नेशनल में बिहार-झारखंड का बॉलीबॉल में प्रतिनिधित्व करते हुए तीसरे स्थान पर रहा था। बेटे के सिटी टॉपर बनने पर मां बबीता चौधरी बहुत खुश हैं। वे बताती हैं कि अनिकेत को कभी पढ़ाई के लिए बोलना नहीं पड़ा। बचपन से पढ़ाई में अनिकेत स्कूल में पहले व दूसरे स्थान पर ही रहा। अनिकेत के आत्मविश्चवास और पढ़ाई के प्रति उसके जुनून को देखकर मुझे विश्वास था कि वह टॉपर जरूर बनेगा। अनिकेत का सपना है कि वह आइआइटी दिल्ली या मुंबई में दाखिला ले।