छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बुधवार की रात को एक मरीज की मौत हो गई। गुरुवार की सुबह मृतक के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और अस्पताल की अव्यवस्था पर सवाल उठाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर साकची थाने की पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया। वहीं भाजपा नेता बिमल बैठा, अजुर्न सिंह सहित अन्य ने भी इसकी शिकायत एमजीएम अधीक्षक डॉ। आरके मंधान से की।
दरअसल, परसुडीह निवासी राजा बोस की तबीयत खराब होने पर उसे एमजीएम अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों ने सही समय पर इलाज नहीं मिलने, शव को ढकने के लिए बेड शीट व शव को शवगृह में नहीं रखने को लेकर हंगामा किया। इस दौरान परिजन डॉक्टर से कफन की भी मांग कर रहे थे ताकि शव को ढका जा सके।
रास्ते में हुई मरीज की मौत
एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ आरके मंधान ने कहा कि मरीज की तबीयत खराब होने पर सबसे पहले उसे सदर अस्पताल ले जाया गया था। वहां से सीधे एमजीएम रेफर कर दिया गया। इसी दौरान रास्ते में मरीज की मौत हो गई। मरीज जैसे ही एमजीएम अस्पताल में इमरजेंसी में लाया गया, वैसे ही डॉक्टरों ने उसे देखा। तबतक मरीज की मौत हो चुकी थी। इसके बाद परिजन डॉक्टर से कफन की मांग करने लगे, जो सारासर गलत है। लोगों को पता होना चाहिए कि अस्पताल में इलाज मिलता है। अधीक्षक ने कहा कि शव को शवगृह में रखने में थोड़ा बिलंब जरूर हुआ है। इसके लिए संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।