जमशेदपुर (ब्यूरो): इस बार हुए बेहतर कलेक्शन से नगर निगम गदगद है, क्योंकि निगम ने होल्डिंग टैक्स कलेक्शन के अपने टारगेट को पूरा कर लिया है। हालांकि जल कर संग्रह में अभी निगम काफी पीछे है और इसमें तेजी लाने का प्रयास चल रहा है।

4.17 करोड़ की वसूली

चालू इस वित्तीय वर्ष का लगभग 2 महीना अभी बाकी है, लेकिन नगर निगम ने 4.17 करोड़ होल्डिंग टैक्स की वसूली कर ली। इस वित्त वर्ष का लक्ष्य 4.11 करोड़ का था। इस तरह देखें तो नगर निगम ने होल्डिंग टैक्स वसूली का अपना शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा कर लिया है। आपको बता दें कि विगत वित्तीय वर्ष में 89 प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हुई थी।

39149 हाउस होल्डर्स

यही नहीं नगर निगम ने होल्डिंग टैक्स के अलावा भी एक रिकॉर्ड बनाया है। निगम क्षेत्र में हाउसहोल्ड की संख्या 36489 थी जो इस बार बढ़कर 39149 हो गई है। यानी इस वर्ष लगभग 2660 घरों की बढ़ोतरी में दर्ज की गई। इस उपलब्धि को लेकर होल्डिंग टैक्स के नोडल पदाधिकारी देवाशीष प्रधान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का असर राजस्व पर नहीं पड़ा। निगम द्वारा लोगों में जागरूकता फैलाना एवं अपर नगर आयुक्त के उचित मार्गदर्शन एवं कार्य योजना का जमीनी स्तर पर माइक्रो मैनेजमेंट के फलस्वरूप ही निगम ने आसानी से लक्ष्य को प्राप्त कर लिया।

एनआईटी से हुई 21 लाख की वसूली

निगम क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न संस्थान, खाली भूमि, एवं एनआईटी से होल्डिंग टैक्स की प्राप्ति होने से होल्डिंग टैक्स की वसूली में सुविधा हुई। इनमें सबसे बड़ी राशि के रूप में एनआईटी जमशेदपुर के 21 लाख, असिस्टेंट इंजीनियर एसई रेलवे के 6 लाख, समय होम्स, सिटी रेसिडेंसी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एवं अन्य बड़े संस्थानों से राशि की वसूली की गई है।

45 बकायेदारों को नोटिस

वर्तमान में करीब 45 छोटे बकाएदार हैं, जिन्होंने अपना होल्डिंग टैक्स जमा नहीं कराया है। इन सभी को निगम द्वारा नोटिस जारी कर दिया गया है और इनसे राशि वसूली की प्रक्रिया चल रही है। वर्तमान में नगर निगम द्वारा जल कर वसूली पर ध्यान दिया जा रहा है। पानी का मासिक शुल्क 135 रुपए है, लेकिन अब भी करीब आधे उपभोक्ताओं से वसूली नहीं हो सकी है। नगर निगम के सिटी मैनेजर देवाशीष प्रधान के मुताबिक फिलहाल 59 प्रतिशत जलकर ही वसूली हो सकी है।

होल्डिंग टैक्स वसूली के मामले में नगर निगम का प्रदर्शन बेहतर रहा है। लक्ष्य का शत प्रतिशत टैक्स हासिल हो चुका है। कुछ बकायेदारों को नोटिस किया गया है। फिलहाल जल कर वसूली पर फोकस किया जा रहा है।

-देवाशीष प्रधान, सिटी मैनेजर, आदित्यपुर नगर निगम