JAMSHEDPUR: हो भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की मांग को लेकर ऑल इंडिया हो लैंग्वेज एक्शन कमेटी 30 जनवरी को रेल रोको आंदोलन करेगी। आंदोलन की तैयारी के लिए सोमवार को गोलमुरी स्थित आदिवासी हो समाज भवन में कमेटी की बैठक हुई।
कमेटी के प्रदेश सचिव सुरा बिरुली ने कहा कि 30 जनवरी को झारखंड के अलावा ओडिशा, पश्चिम बंगाल और असम में भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में हो भाषा को शामिल कराने हेतु रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। आंदोलन के दौरान कोल्हान प्रमंडल क्षेत्र स्थित प्रमुख रेलवे स्टेशनों में कमेटी के सदस्य रेल रोकेंगे। इसमें जमशेदपुर के अलावा चाईबासा, चक्रधरपुर, झीकपानी, नोआमुंडी, डंगुवापोसी आदि समेत कई स्टेशन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हो भाषा की मान्यता के लिए प्रखंड और जिला मुख्यालय के बाद दिल्ली के जंतर-मंतर में धरना प्रदर्शन कर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था। लेकिन हो समाज के वर्षो पुरानी मांग को अब तक पूरी नहीं की गई। जिसके विरोध में 30 जनवरी को रेल रोको आंदोलन किया जा रहा है। सुरा बिरूली ने कहा कि हो भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल कराने का एजेंडा लोकसभा और विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दल अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करें।
इनकी रही मौजूदगी
बैठक में मोसो सोय, कन्हाई हेम्ब्रम, चैतन्य पूर्ति, सुरा गागराई, बुधन सिंह बानरा, रवि सावैया, दुर्गाचरण बारी, रायसिंह बिरुवा, सीता हेम्ब्रम, उपेंद्र बानरा, विश्वजीत लागुरी, निकिता सोय, जमुना बोदरा, सुकुरमुनि बिरुली, सुनीता मेलगंडी, सबरीना हेम्ब्रम आदि समेत कई लोग मौजूद थे।