JAMSHEDPUR: शहर में हार्ट के मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। हार्ट संबंधित समस्याओं को लेकर तकरीबन 15 से 20 मरीज रोजाना हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। शहर में हार्ट संबंधित बीमारियों का इलाज तीन हॉस्पिटल टीएमएच, ब्रह्मानंद, मेडिट्रीना में होता है। कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल एमजीएम में हार्ट संबंधित बीमारियों के इलाज की व्यवस्था नहीं है। कॉर्डिलॉजिस्ट्स के मुताबिक शहर में एक लाख और पूरे देश में सात करोड़ लोग दिल की बीमारी से ग्रसित हैं। उन्होंने बताया कि विश्व में प्रत्येक वर्ष करीब एक करोड़ 75 लाख लोगों की मृत्यु हृदय रोग से होती है। भारत में हार्ट संबंधित रोगों से मौत के मामले में पिछले 28 वर्षो में करीब 38 फीसद की वृद्धि हुई है।
रोज 20-25 लोगों को हार्ट अटैक
शहर के कॉर्डियोलॉजिस्ट्स के अनुसार जमशेदपुर में रोज करीब 20-25 लोगों को हार्ट अटैक होता है। हार्ट अटैक होने पर 50 फीसद लोगों की मृत्यु अस्पताल पहुंचने के पहले ही हो जाती है। शेष 50 फीसद जो अस्पताल पहुंच पाते हैं उनमें से भी करीब 20 फीसद लोग बच नहीं पाते हैं। कॉर्डियोलॉजिस्ट्स का मानना है कि करीब 80 फीसदी हार्ट पेशेंट को ठीक किया जा सकता है।
गवर्नमेंट हॉस्पिटल में इलाज नहीं
शहर में हार्ट संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए एक भी सरकारी अस्पताल नहीं है। हालांकि, कोल्हान के सबसे बड़े महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कैथ लैब का निर्माण चल रहा है। सरकारी हॉस्पिटल में हार्ट संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए लोग रिम्स पर ही आश्रित हैं।
सर्दियों में बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा
शहर के कॉर्डियोलॉजिस्ट्स के मुताबिक सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। सर्दियों की सर्द हवा के कारण सांस लेने में तकलीफ के साथ-साथ खाने-पीने में भी कमी आ जाती ह । इस वजह से हार्ट अटैक के चांसेज बढ़ जाते हैं।
हार्ट की बीमारी के कारण
-मधुमेह
-तंबाकू, धूम्रपान
-शराब का सेवन
-हाई कोलेस्ट्रॉल
-हाई ब्लड प्रैशर
-जेनेटिक प्रॉब्लम
-मोटापा
हार्ट की बीमारी के लक्षण
-शुरुआत में उल्टी आना
-सिने में दर्द
-सांस की तकलीफ
-जबड़ा-गर्दन या पीठ में दर्द
-हाथ या कंधे में दर्द
-अधिक पसीना आना
-कमजोरी लगना
-सीने में तेज दर्द
-कंधें, गर्दन और पीठ दर्द
-सांस फूलना
-चक्कर आना
-अशांत मन और बेचैनी
ऐसे करें बचाव
तनाव से दूर रहे
शारीरिक श्रम
रोज 40 मिनट तेजी से चलना
कम मात्रा में नमक का सेवन
तंबाकू, शराब से दूरी
कम वसा वाले आहार लें
ताजी सब्जियां व फल अवश्य लें
रोज ध्यान एवं योगा करें
जंक फूड का सेवन नहीं करें
अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराएं
शहर में हार्ट के पेशेंट की संख्या तकरीबन एक लाख है। देश में सात करोड़ लोगों को हार्ट की बीमारी है। शहर के हॉस्पिटल में रोज हार्ट से संबंधित 15 से 20 नए मरीज आ रहे हैं। तनाव और अस्वस्थ खान-पान की आदतों, तंबाकू-शराब के सेवन की वजह से लोग हार्ट संबंधित बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।
-डॉ संतोष गुप्ता, कॉर्डियोलॉजिस्ट, ब्रह्मानंद हॉस्पिटल