JAMSHEDPUR: हज जाने को लेकर जो आजमीन-ए-हज 81 हजार रुपये की पहली किस्त अदा कर चुके हैं, उन्हें अब दूसरी किस्त के तौर पर दो लाख चार हजार 450 रुपये देने होंगे। अजीजिया श्रेणी का किराया दो लाख 51 हजार 300 रुपये है। जो आजमीन-ए-हज 81 हजार रुपये की पहली किस्त अदा कर चुके हैं, उन्हें एक लाख 70 हजार 300 रुपये की दूसरी किस्त देनी होगी। ग्रीन श्रेणी के आजमीन को मक्का शहर में रहने की जगह दी जाती है जबकि, अजीजिया के आजमीन को मक्का शहर के बाहर जगह मिलती है जहां से उन्हें बस के जरिए हज के अरकान अदा करने के लिए आना पड़ता है।


कोलकाता से लगेंगे 2.69 लाख

अगर कोई आजमीन कोलकाता से हज के लिए उड़ान भरेगा तो उसे ग्रीन श्रेणी के लिए दो लाख 69 हजार 900 रुपये देने होंगे। जो आजमीन 81 हजार की पहली किस्त दे चुके हैं उन्हें ग्रीन श्रेणी के लिए दूसरी किस्त के तौर पर एक लाख 88 हजार 900 रुपये देने होंगे। अजीजिया का किराया दो लाख 35 हजार 750 रुपये है। दूसरी किस्त एक लाख 54 हजार 750 रुपये देने होंगे।


कुर्बानी कराई तो देना होगा 8000

जो आजमीन हज कमेटी के जरिए हज पर कुरबानी कराएंगे, उन्हें 8000 रुपये की अतिरिक्त रकम देनी होगी। इसी तरह, पहले हज पर जा चुके आजमीन को भी दो हजार रुपये अतिरिक्त देने होंगे।


बिना महरम हज पर नहीं जाएंगी महिलाएं

हज कमेटी ने इस साल महिलाओं को बिना महरम के ही हज पर जाने की छूट दी है। लेकिन, झारखंड से ऐसी एक भी महिला नहीं है जो बिना महरम के हज पर जा रही हो। जबकि, देश से 1300 महिलाएं बिना महरम के हज पर जा रही हैं। यही नहीं, झारखंड से कोई भी महिला खादिमुल हुज्जाज के रूप में भी नहीं जा रही है। जबकि, देश से 17 महिला खादिमुल हुज्जाज जा रही हैं। इस साल पहली बार केंद्रीय हज कमेटी ने महिलाओं को इस बात की छूट दी है कि वो बिना महरम (पिता, भाई और बेटे के साथ) के ही हज पर जा सकती हैं। अब तक महिलाएं बिना महरम के हज पर नहीं जा सकती थीं।