जमशेदपुर (ब्यूरो): इस मामले में लोगों ने आज परसुडीह थाने का घेराव कर बच्ची की हत्या होने की बात कही। लोगों ने परसुडीह पुलिस से मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की। विगत 3 फरवरी को परसुडीह थाना अंतर्गत गैंताडीह निवासी मोयका आल्डा की 4 वर्षीय बेटी चंदू कुई अपने घर के पास खेल रही थी। खेलते-खेलते अचानक वह घर के पास से गायब हो गई। काफी तलाश के बावजूद परिजनों को उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने परसुडीह थाने में शिकायत दर्ज कराई।
कुएं से मिली थी बॉडी
सोमवार की सुबह बच्ची का शव परसुडीह थाना अंतर्गत कीनूडीह गांव के पास एक कुएं से बरामद हुआ। शव मिलते ही परिजनों ने बच्ची के साथ अनहोनी की आशंका जताई। मंगलवार को स्थानीय लोगों ने परसुडीह थाने का घेराव करते हुए मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों ने कहा कि मामले में कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद लोग शांत हुए।
बनी सडक़, जमीन मालिकों को नहीं मिला मुआवजा
जुगसलाई विधानसभा अंतर्गत भादुडीह बोड़ाम और सतनाला माधोपुर से लेकर पश्चिम बंगाल सडक़ चौड़ीकरण कार्य के 5 साल बाद भी जमीन मालिकों को मुआवजे की रकम नहीं मिली है। इससे लोगों में आक्रोश है। मंगलवार को समाजसेवी विमल बैठा के साथ एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए कार्रवाई की मांग की गई है। विमल बैठा ने कहा कि पूरे राज्य में अवैध रूप से जमीन की अवैध रूप से खरीद-बिक्री का कारोबार चल रहा है। ऐसे में सडक़ बनकर तीन साल बीत जाने के बावजूद सरकार द्वारा जमीन मालिकों को मुआवजा नहीं दिया जाना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द से जल्द जमीन मालिकों को मुआवजा नहीं दिया गया तो आंदोलन किया जाएगा।