JAMSHEDPUR: घाघीडीह सेंट्रल जेल में मंगलवार की शाम दो बंदियों के बीच हुआ झगड़ा खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। दो बंदियों की लड़ाई शुरू होने पर जेल में पगली घंटी बजा दी गई। इसके बाद जेल कर्मियों की पिटाई से एक बंदी मनोज सिंह ने दम तोड़ दिया। दूसरा बंदी सुमित सिंह गंभीर रूप से घायल है। मृतक मनोज सिंह टेल्को के मनीफीट का रहने वाला था। घटना शाम साढ़े पांच बजे की है। घटना के बाद जिला प्रशासन ने जेल की सुरक्षा बढ़ा दी है। जेल के बाहर क्यूआरटी के 50 जवान तैनात हैं। हालात का जायजा लेने के लिए उपायुक्त अमित कुमार घाघीडीह जेल पहुंचे।
एमजीएम में चल रहा इलाज
घायल सुमित का इलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा है। बताते हैं कि घाघीडीह जेल में टेलीफोन बूथ के पास बात करने को लेकर जेल में बंद पटपत, अमन मिश्रा और पंकज दुबे के बीच झगड़ा हो गया। मारपीट होने लगी तो पगली घंटी बज गई। इसके बाद जेल कर्मियों ने मोर्चा संभाल लिया और लाठी से पिटाई शुरू हो गई। इसी मारपीट में मनोज सिंह और सुमित को गंभीर चोट लगी। मनोज की मौत हो गई।
पिता ने लगाया आरोप
मृतक बंदी मनोज सिंह के पिता अनुरोध सिंह का आरोप है कि जेल कर्मियों की पिटाई से उसके बेटे की मौत हुई है। अनुरोध सिंह ने बताया कि जेलर ने उन्हें फोन कर बताया कि जेल में हुई मारपीट में उनका बेटा घायल हो गया है। चोट लगी है। एमजीएम अस्पताल में भर्ती है। अनुरोध सिंह ने बताया कि जब वो एमजीएम अस्पताल पहुंचे तो अपने बेटे की लाश देखी।
15 दिन बाद रिहा होने वाला था
जेल में दम तोड़ने वाला बंदी मनीफीट निवासी मनोज सिंह 15 दिन में जेल से रिहा होने वाला था। वो दहेज हत्या के मामले में सजायाफ्ता था। उसे 10 साल की सजा हुई थी। सजा तकरीबन पूरी हो गई थी।