छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा जेल के भीतर से ही गैंग चला रहा है। सलाखों के पीछे बैठे-बैठे वह अपने गुर्गो संग रांची, हजारीबाग, रामगढ़ और पलामू के ठेकेदारों और कारोबारियों से रंगदारी मांग रहा है। रंगदारी नहीं देने पर हत्या करने तक की धमकी दे रहा है।
इस बाबत जानकारी मिलने के बाद सीआइडी के डीएसपी अनिमेष कुमार गुप्ता की शिकायत पर गत तीन नवंबर को परसुडीह थाने में गैंगस्टर सुजीत सिन्हा समेत उसके गुर्गे इमरान और अन्य के खिलाफ रंगदारी मांगने और धमकी देने की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। मामले में पूछताछ के लिए परसुडीह थाने की पुलिस ने सुजीत सिन्हा को मंगलवार को तीन दिन की रिमांड पर लिया। पुलिस उससे गिरोह के सदस्यों, अपराध से अर्जित की गई संपत्ति, आपराधिक गतिविधियों के बारे में पूछताछ कर रही है।
पलामू का है रहनेवाला
सुजीत सिन्हा पलामू जिले का रहने वाला है, जबकि इमरान रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र का। सुजीत सजायाफ्ता है। उसके दो गुर्गे हरि तिवारी और सूरज सिन्हा भी इन सब में शामिल हैं। सूरज सिन्हा गैंगस्टर सुजीत का भांजा है। सुजीत और इमरान को उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वे रांची के रातू रोड निवासी रमेश सिंह, व्यवसायी योगेंद्र तिवारी और अविनाश झा की हत्या करने रांची पहुंचे थे। दोनों को गोपनीय सूचना पर रांची से गिरफ्तार किया गया था। यह वारदात 19 अगस्त से 21 अगस्त 2019 के बीच की है। सुजीत सिन्हा फरवरी 2018 से ही घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद है।
पत्नी पर भी आरोप
सुजीत और उसकी पत्नी रिया सिन्हा उर्फ सोनम उर्फ सोनी (पलामू जिले के डाल्टेनगंज रेडमा निवासी) समेत उसके बेटे मोनू उर्फ आकाश राय, बागबेड़ा निवासी बिट्टू कुमार, सिदगोड़ा निवासी सचिन दास एवं अन्य अज्ञात के खिलाफ जनवरी 2019 में भी परसुडीह थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस प्राथमिकी में उनपर फर्जी सिम का उपयोग कर पलामू के कारोबारियों से रंगदारी मांगने, लोगों को भयभीत करने और धमकी देने का आरोप था।
गैंगस्टर का साला भी अरेस्ट
मामले में पुलिस ने बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर चार निवासी बिट्टू कुमार को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जो सुजीत सिन्हा का साला है। वहीं पुलिस ने पलामू के पंडरा से गैंगस्टर की पत्नी रिया सिन्हा को भी गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम ने गिरोह के संबंध जो जानकारी जुटाई है, सुजीत सिन्हा से पूछताछ कर इसे पुख्ता किया जा रहा है।
वीडियो हुआ था वायरल
सुजीत सिन्हा से संबंधित एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसमें एक नकाबपोश को हाथ में एके-47 हथियार, टेबल पर पिस्टल और एके-47 की मैगजीन के साथ दिखाया गया था। वीडियो में पुलिस और कारोबारियों को चेतावनी देते हुए औकात बता देने की बात कही गई थी। वीडियो में कहा गया था कि सुजीत सिन्हा के पास हथियार और शूटरों की कोई कमी नहीं है। वीडियो की जांच तकनीकी सेल के अधिकारी कर रहे हैं।
मोनू राय ने खोला था राज
सुजीत के लिए रंगदारी मांगने के मामले में जनवरी 2019 में गिरफ्तार किए गए मोनू उर्फ आकाश राय ने सुजीत सिन्हा के साथ ही पूरे गिरोह का कच्चा-चिठ्ठा परसुडीह थाने की पुलिस के सामने खोल दिया था। सुजीत सिन्हा ने रंगदारी के पैसे से जो संपत्ति अर्जित की है, पूरे कारोबार के साथ-साथ उससे जुड़े सहयोगियों का नाम पुलिस को विस्तृत रुप से उपलब्ध कराया था।
कोयलांचल में है दबदबा
मोनू राय ने बताया था कि सुजीत सिन्हा के गैंग का गिरोह का दबदबा कोयलांचल इलाके में है। उसके गैंग से हरि तिवारी, विकास तिवारी, कैला तिवारी, टनटन उपाध्याय (सभी बारालोटा पलामू), पलामू बेलवाटिका के मनोज सिंह, बिट्टू सिंह, रेड़मा के सोनू सिंह जुड़े हुए हैं। वही रांची जिले में गैंग से जुड़े लोगों में रांची बरियातू के लव-कुश शर्मा, विपिन शर्मा, सोनू शर्मा, रांची रेलवे ओवर ब्रिज रोड के ऋषि सिंह, डोरंडा रांची के विकास सिंह, कांके बबलू खान, रांची लालपुर के राजीव कुमार उसके गिरोह से जुड़े हैं।
मांगी थी 10 लाख की रंगदारी
मोनू राय ने बताया था कि सुजीत सिन्हा के कहने पर उसने पलामू के किचन किंग के मालिक से 2017 में 10 लाख, हनुमान तेल मिल के मालिक से 25 लाख, पलामू एजेंसी से 20 लाख रुपये रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी वसूली में रांची पुलिस ने 2017 में गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। सुजीत सिन्हा के नाम पर हिडाल्को के जीएम सुमित चटर्जी से पांच करोड़ की रंगदारी 2018 में मांगी थी।