जमशेदपुर (ब्यूरो)। आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में अतिक्रमण एक गंभीर समस्या बन गई है। लोग सरकारी जमीन और रोड कुछ भी नहीं छोड़ रहे हैं। रोड पर दुकानें सजी रही हैं और पार्किंग के लिए सड़क का उपयोग किया जा रहा है। वहीं खाली जीएम लैंड को घेरकर लोग अवैध कब्जे में ले रहे हैं। लगातार अतिक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। नगर निगम द्वारा व्यक्तिगत मामलों में तो तेजी बरती जा रही है, लेकिन जहां लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं उन मामलों पर न तो नगर निगम और न ही जिला प्रशासन ध्यान दे रहा है।
भवन की जमीन पर खटाल
आदित्यपुर नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ता ने वार्ड नंबर 23 में अजय यादव नामक व्यक्ति के द्वारा किए गए खटाल के अवैध निर्माण को हटाया। नगर निगम के मुताबिक वार्ड नंबर 23 में जिस जगह खटाल बना था वह जमीन सामुदायिक भवन के लिए चिन्हित स्थान था।
आरोप है कि कई बार नोटिस देने के बावजूद उसके द्वारा जगह खाली नहीं किया जा रहा था। इतना ही नहीं प्रस्तावित भवन के लिए लगाए गए शिलापट को भी वहां से चोरी कर ली गई थी। इसके बाद शनिवार को निगम के निगरानी टीम के द्वारा अवैध खटाल को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। अतिक्रमण हटाने के दौरान आदित्यपुर थाना एवं नगर निगम के पदाधिकारी नगर प्रबंधक लेमांशु कुमार, देवाशीष प्रधान, निखिल किरण, शकील अनवर मेहदी, अनंत खालको, टैक्स कलेक्टर शशि शेखर मौजूद थे।
अतिक्रमण के हैं कई मामले
अवैध खटाल तो महज एक उदाहरण भर है। क्षेत्र में ऐसे कई उदाहरण हैं। यहां अतिक्रमण कर के सरकारी जमीन पर बाजार, बिल्डिंग आदि बने हैं। सड़क के अतिक्रमण से तो सभी वाकिफ हैं। निगम को सारी जानकारी है, लेकिन कोई भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। यही कारण है कि अतिक्रमणकारियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
मेन रोड पर गंदगी का अंबार
इतना ही नहीं क्षेत्र में गंदगी का अंबार भी लगा है। आदित्यपुर में तो मेन रोड को ही लोगों ने कूड़ेदान बना दिया है। सर्विस रोड हो या मेन रोड या यूं कहें टोल रोड हर तरफ कचरे का अंबार लगा है। रोड के किनारे कचरों के अंबार के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है, लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है। लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार इसकी ऑनलाइन शिकायत की, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला।