JAMSHEDPUR: अंतरराष्ट्रीय संताल काउंसिल के सलाहकार कुमार चंद्र मुर्मू (केसी मुर्मू) का अंतिम संस्कार शनिवार को संताली रीति-रिवाज से किया गया। बिष्टुपुर स्थित पार्वती घाट में उनके बड़े पुत्र चंद्रशेखर मुर्मू उर्फ विवेक मुर्मू ने मुखाग्नि दिया। अंतिम संस्कार के मौके पर कई गणमान्य मौजूद थे।
शनिवार को अंतिम दर्शन के लिए करनडीह, दुखुटोला स्थित उनके आवास पर लोगों का तांता लगा रहा। शुक्रवार को केसी मुर्मू का निधन लंबी बीमारी के बाद टाटा मुख्य अस्तपाल में हो गया था। उनकी पहचान शिक्षाविद और अधिवक्ता के रूप में भी थी। संताल समाज में उनकी गहरी पैठ थी। शनिवार को सरायकेला के विधायक सह पूर्व मंत्री चंपई सोरेन, पोटका के विधायक संजीव सरदार, डॉ। जुझार माझी, डॉ। सुनीता मुर्मू, पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी विर्धन मार्डी, पर्वतारोही विनीता सोरेन, नरेश मुर्मू, दिलबहादुर प्रधान, मंटू गोप, शंकर हेम्ब्रम, खुदीराम मुर्मू, मधु सोरेन, अलोक बाजपेयी, कुशल हांसदा, सुदम हेम्ब्रम, छोटेराई हेम्ब्रम, धनु मुर्मू समेत कई बुद्धिजीवी और गणमान्य उनके घर पहुंचे दी।
पार्वती घाट में अंतिम संस्कार के वक्त अंतरास्ट्रीय संताल कौंसिल के कार्यकारी अध्यक्ष नरेश कुमार मुर्मू, महासचिव विरोध हांसदा, जिला परिषद सदस्य सुदिप्तो डे राणा, भाजपा नेता रमेश हांसदा, सुदाम हेम्ब्रम, कुशल हांसदा, मधु सोरेन, खुदीराम मुर्मू, शंकर हेम्ब्रम, आलोक बाजपेयी, पुराण हांसदा, डॉ। बलराम मुर्मू, गोपीनाथ मुर्मू, चंद्र टुडू, अनूप कुमार बेहरा, दिल बहादुर, आनंद हेम्ब्रम, रमेश हांसदा, छोटराय हेम्ब्रम समेत कई गणमान्य शामिल हुए।