स्न्क्त्रन्ढ्ढयश्वरुन्: सरायकेला-खरसावां जिले के सरायकेला थाना क्षेत्र के हेंसा टोला बेड़ढहपा में पत्नी संग जबरस्ती करने पर नाबालिग लड़के ने पिता और नाबालिग भाई के साथ मिलकर 38 वर्षीय दोस्त जगदीश महतो का मर्डर कर दिया। मृतक पांड्रा गांव का रहने वाला था। हत्या के बाद दुर्घटना का रूप देने के लिए तीनों आरोपितों ने दो दिन बाद शव को मृतक की बाइक के साथ खेत में फेंक दिया।
परिजनों को सौंपी गई बॉडी
थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय ने कहा कि शव पोस्टमार्टम के बाद परिजन को दे दिया गया है। वहीं मृतक की पत्नी निर्मला महतो के बयान पर आरोपित लखन लामाय व उसके दोनों नाबालिगपुत्रों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। नाबालिगों को चाईबासा स्थित बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। आरोपित पिता लखन लामाय फरार है।
ठेकेदारी करता था जगदीश
पुलिस के अनुसार, मृतक जगदीश महतो ठेकेदारी पर काम करता था। उसकी पत्नी गांव-घर में मजदूर करती है। गुरुवार शाम सात बजे जगदीश महतो को एक नाबालिग दोस्त फुटबाल मैच देखने के लिए घर से बुलाकर पदमपुर ले गया। दोनों जगदीश की बाइक से गए। रात नौ बजे जगदीश को पत्नी ने फोन किया तो उसने कहा कि पदमपुर में डांस देख रहे हैं, कुछ देर बाद घर आएगा। शुक्रवार सुबह तक जब जगदीश घर नहीं पहुंचा तो पत्नी ने उसके दोस्त के घर जाकर पूछताछ की। उसे बताया गया कि जगदीश डांस देखकर रात में ही घर चला गया। शनिवार को शौच के लिए गए ग्रामीणों ने देखा कि हेंसा और पांड्रा गांव के बीच पुलिया के पास खेत में बाइक के साथ शव पड़ा है। खबर सुनकर निर्मला भी पहुंची। देखा तो पति का शव था।
शव को गढ्डे में छिपा कर रखा
पुलिस के अनुसार, जगदीश महतो की हत्या कर दो दिनों तक उसके नाबालिग दोस्तों ने शव को गड्ढे में छिपाकर रखा था। तीसरे दिन हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए खेत में बाइक के साथ फेंक दिया। पुलिस को आरोपित ने बताया कि घर आकर जगदीश उसकी पत्नी के साथ जबरदस्ती कर रहा था। इस कारण उसने अपने पिता व भाई के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।