जमशेदपुर : मानगो के पिपला बगलडुबा डैम में हाइटेंशन तार टूटकर गिर गया थ जिससे तीन किशोर समेत एक वृद्धा की करंट लगने से मौत रविवार हो गई थी। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार ढाई बजे जब एक साथ चार शव पहुंचे तो पिपला गांव में चित्कार मच गया। माहौल गमहीन हो गया। परिजन के क्रंदन से उपस्थित लोगों का कलेजा मुंह को आ गया। मृतकों के दरवाजे और आंगन पर पड़ोसी उमड़ पड़े जिसने भी मृतकों का चेहरा अंतिम बार देखा। वह अपने आंसू को रोक नहीं पाया। दो सगे भाई कमल महतो और विमल महतो की मां और दादी दहाड़ मारने लगी। पुत्र का हाथ पकड़ मां रोती रही। घर के एकलौता चिराग रोहित महतो की घर का भी यही हाल था। मांता-पिता और बहन बेसुध हो जा रहे थे। बेहाल देख लोग चर्चा करते रहे। ईश्वर ने न्याय नहीं किया। ऐसा दिन ईश्वर फिर कभी नहीं दिखाएं। बातचीत में ही अर्थी की भी तैयारी जारी थी। कुछ-कुछ दूरी पर घरों से चार अर्थी उठी तो माहौल और गमगीन हो गया। बेटों की अर्थी के पीछे माताएं दौड़ पड़ी। किसी तरह उन्हें समझाकर वापस किया गया। गांव में ही अंतिम संस्कार के लिए तैयारी पूरी कर रखी गई थी। तीनों किशोरों के शव को उनके जमीन में दफना दिया गया। वहीं 70 वर्षीय वृद्धा कुलावेला महतो उर्फ दुला महतो के शव का अंतिम संस्कार किया गया।
जर्जर तार को बदल दिया
जिस बगलडुबा डैम में करंट प्रवाहित होने से चार की मौत हो गई थी। उसी डैम में सोमवार को शवों के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले ग्रामीणों ने नहाया। इसके बाद वापस गांव लौटे। विद्युत विभाग ने घटना के बाद ही डैम के ऊपर से गुजर रहे जर्जर तार को बदल दिया था।
सरकारी नौकरी देने की मांग
झारखंड जनतांत्रिक महासभा के प्रतिनिधि सोमवार को पिपला गांव पहुंचे। ग्रामीणों से मिलकर मामले की जानकारी ली। इसके बाद प्रतिनिधियों ने विद्युत विभाग के महाप्रबंधक को मांग पत्र सौंपा जिसमें विभाग से मृतकों के स्वजनों को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। बताया गया पूरी घटना विभाग की लापरवाही के कारण हुई है। मृतकों के स्वजनों को पांच-पांच लाख रुपया मुआवजा का भुगतान विभाग करे। इलाके के पूरे जर्जर तार को बदला जाए। 15 दिन के भीतर मांग पूरी नहीं की गई तो महासभा आंदोलन करेंगी। प्रतिनिधियों में कृष्णा लोहार, बाबू मानसिंह बेसरा, दीपक, रंजीत, जैकब किस्कू, सुनील हेंम्ब्रम, प्रकाश महतो, सोमनाथ पाडे़या समेत अन्य शामिल थे।