JAMSHEDPUR: सतना (मध्यप्रदेश) के कलेक्टर डॉ। सत्येंद्र सिंह के नाम से फर्जी फेसबुक आइडी (प्रोफाइल) बनाकर 20 हजार रुपये की ठगी करने वाले चार साइबर क्रिमिनल्स को जमशेदपुर पुलिस ने दबोच लिया है। गिरफ्तार आरोपितों में गोलमुरी नामदा बस्ती निवासी पुष्पाकर आर्या, कदमा उलियान शिवजी पथ निवासी योगेंद्र अग्रवाल उर्फ चंदन अग्रवाल, आदित्यपुर इच्छापुर सहारा गार्डेन का बिट्टू सतपथी और आदित्यपुर मीरुडीह बस्ती निवासी अमित कुमार सिन्हा शामिल है। इनके पास से पुलिस ने छह मोबाइल, पंजाब नेशनल बैंक व इंडियन बैंक के चार एटीएम और पंजाब नेशनल बैंक का एक चेकबुक बरामद किया है। जमशेदपुर से पहले सतना पुलिस टीम ने पश्चिम बंगाल के बलरामपुर निवासी अमर दत्ता और धनबाद निरसा के कृणाल गोस्वामी को गिरफ्तार किया था।
मध्यप्रदेश ले गई पुलिस
गिरफ्तार आरोपितों को सतना पुलिस जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ मध्यप्रदेश ले गई। जांच में पता चला है कि कलेक्टर का फर्जी फेसबुक अकाउंट पटना गांधी मैदान क्षेत्र के निवासी राकेश कुमार झा ने बनाया था। वही गिरोह का सरगना है। पुष्पक आर्या एक मोहरा है जिसके बैंक खाते का इस्तेमाल पैसे के लेन-देन के लिए किया गया था।
31 जुलाई को हुई थी प्राथमिकी
जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि सतना के सिटी कोतावली थाना में 31 जुलाई को पुष्पाकर आर्या के विरुद्ध आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। मध्यप्रदेश के वरीय पुलिस अधिकारियों द्वारा मामले में शामिल साइबर अपराधकर्मी को गिरफ्तार करने के लिए जमशेदपुर पुलिस से संपर्क किया गया। कदमा थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इसके बाद पुष्पाकर आर्या को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर मामले में शामिल आरोपितों की गिरफ्तारी की गई।
स्वीकार किया अपराध
गिरफ्तार अपराधियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने पूछताछ में बताया कि फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर और फेसबुक पर फ्रेंड बनाकर उनसे बातचीत कर वे उनका एकाउंट नंबर लेकर पैसे की ठगी करते थे। सतना के डीएम के साथ भी ऐसा ही किया गया। एसपी ने बताया पुष्पकर आर्या से आदित्यपुर के बिट्टू सतपथी का संपर्क था। बिट्टू को आदित्यपुर के ही अमित ने राकेश कुमार झा से संपर्क कराया था।
यह है पूरा मामला
31 जुलाई की सुबह छह बजे सतना के कलेक्टर डॉ। सत्येंद्र सिंह के पास उनके ग्वालियर के एक मित्र ने फोन किया और उनसे पूछा कि उनके खाते में ट्रांसफर की गई 20 हजार रुपये की राशि पहुंची या नहीं। कहा कि जरूरत होगी तो और रुपये ट्रांसफर कर देंगे। यह सुनते ही कलेक्टर हैरत में रह गए। कुछ समझ में नहीं आया। मित्र ने फोन पर सारी बात बताई। तब यह पता लगा कि कोई जालसाज फेसबुक पर कलेक्टर की फेक आइडी बनाकर ठगी कर रहा है। फेसबुक पर कलेक्टर की फेक आइडी बनाने के साथ ठग मैसेंजर पर सक्रिय हो गया। कलेक्टर को मैसेज पोस्ट किया। लिखा बहुत मजबूरी है। मदद की जरूरत है। 20 हजार की मदद चाहिए। कलेक्टर के मित्र ग्वालियर निवासी इस ठग के झांसे में आ गए।
जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने किया सतर्क
दोस्त से फेक आइडी से पैसे मांगे जाने की बात जानने के बाद कलेक्टर ने अपने फेसबुक पर मैसेज पोस्ट कर मित्रों से आग्रह किया कि उनके नाम से फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर ठगी का प्रयास किया जा रहा है। कोई भी ठग के झांसे में नही आए। कलेक्टर के नाम पर ठगी की खबर मिलते ही सतना और साइबर अपराध की पुलिस टीम सक्रिय हो गई।
जांच में सोनारी निवासी का आया नाम
जिस खाते पर ठगी की 20 हजार रुपये की राशि जमा कराई गई थी, पड़ताल में ये तथ्य सामने आया कि झारखंड के जमशेदपुर सोनारी निवासी पुष्पाकर आर्या पिता स्व मोहन आर्या के नाम पर पंजाब नेशनल बैंक में संचालित खाता नंबर 0225000003849 में ठगी की रकम जमा कराई गई थी, लेकिन खाते में 142 रुपये का ही बैलेंस मिला। इसी प्रकार पुष्पाकर के नाम पर इंडियन बैंक में पाए गए एक अन्य खाते में भी जीरो बैलेंस था। पुष्पकर आर्या की आधार कार्ड नंबर 8536670010077 है। पेन कार्ड का नंबर भी पुलिस के हाथ लगा है। इसकी जानकारी जमशेदपुर के एसएसपी को दी गई।