JAMSHEDPUR: सरायकेला-खरसावां जिले के चौंका थाना के खूंटी गांव में पल्सर सवार दो शूटरों ने माओवादी संगठन के पूर्व एरिया कमांडर रामविलास लोहरा (35) पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी। घटना में घायल को टीएमएच में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताते चले कि रामविलास चौका के घाटदुलमी ग्राम का निवासी था। मृतक माओवादी नेता कुंदन पाहन का नजदीकी बताया जाता है। वह चांडिल-बुंडू माओवादी संगठन का एरिया कमांडर था। 2011 में जमशेदपुर के सोनारी पुलिस ने रामविलास को गिरफ्तार किया था। दिसंबर 2015 को वह जमानत पर रिहा हुआ था। संगठन छोड़ मुख्यधारा में आकर रामविलास ट्रक खरीदकर व्यवसाय करने लगा था। मृतक ने 2014 के चुनाव में ईचागढ़ विधानसभा में निर्दलीय चुनाव लड़कर राजनीति में भाग्य अजमा चुका था। गुरुवार को चौका क्षेत्र के खूंटी गांव के बूचा मोड़प में फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया था। जिसमें मृतक को मुख्य अतिथि के रुप में बुलाया गया था। उद्घाटन करने के बाद अपनी कार में बैठते समय बाइक से आये दो पल्सर सवार बदमाशों ने कनपटी पर रिवाल्वर सटाकर चार फायर किया। जिसके रामविलास वहीं गिर गया। फायरिंग होने से मची अफरा-तफरी का लाभ उठाकर बाइक सवार शूटर वहां से भाग निकले। मौके पर पहुंची पुलिस ने रामविलास को तुरंत टीएमएच अस्पताल भेजा। सूचना मिलते ही ईचागढ़ के भाजपा विधायक साधुचरण महतो समेत कई राजनीतिक दल के नेता टीएमएच पहुंच गये। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि शूटर तब तक गोली चलाते रहे जब तक रामविलास जमीन में नहीं गिरा।
जांच में जुटी पुलिस
कांग्रेस नेता, सीआरपीएफ जवान की हत्या समेत कई मामलों का था आरोपित पूर्व नक्सली रामविलास लोहरा के खिलाफ उग्रवादी ¨हसा के कई मामले दर्ज हैं। 4 फरवरी 2010 को महादेव बेड़ा में सीआरपीएफ जवान की हत्या, 22 मार्च 2010 को चौका थाना के नरसिंह इस्पात में तोड़फोड़, पुलिसकर्मी काली चरण बोदरा, पुलिस मुखबिर के आरोप में 13 अगस्त 2010 को दुर्शासन महतो की हत्या, चांडिल उरमाल में 18 दिसंबर 2010 को चांडिल प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष मुकुंद सिंह की हत्या समेत कई मामले का वह आरोपित था।