JAMSHEDPUR: कदमा थाना क्षेत्र शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर चार निवासी टाटा स्टील कंपनी के सप्लायर ऋषिकेश चंद्रा के घर पर अपराधियों ने शुक्रवार की देर रात ताबड़तोड़ फाय¨रग की। कार गैराज में खड़ी लग्जरी कार में लगी। घटना के बाद अपराधियों ने गैंगस्टर अखिलेश सिंह गिरोह के नाम पर एक पर्चा भी छोड़ा और भाग निकले जिसमें सोनू सिंह का नाम लिख छोड़ा था। पर्च में कहा गया कोर्ट में जो हत्या हुई थी। उससे भी बुरा अंजाम होगा। बता दे कि कोर्ट परिसर में अखिलेश सिंह गिरोह ने बागबेड़ा निवासी ट्रांसपोर्टर उपेंद्र सिंह की हत्या 30 नवंबर 2016 को अधिवक्ताओं की भीड़ के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

मौके पर पहुंची पुलिस

फाय¨रग की घटना ऋषिकेश को शनिवार की सुबह लगभग 7:30 बजे तब लगी जब उन्होंने अपनी कार का शीशा टूटा हुआ पाया। साथ ही वहां ¨जदा गोली और दो खोखे भी पड़े हुए थे धमकी भरा पर्चा भी देखा जिसके बाद इसकी सूचना कदमा थाना की पुलिस को दी पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे मामले की जांच की। साथ ही उन्होंने घटनास्थल से खोखा, ¨जदा गोली और पर्चे को भी जब्त किया। थाना में शिकायत दर्ज कराई गई। जिस तरीके से घटना को अंजाम दिया गया। उससे स्पष्ट हो गया कि मामला रंगदारी से जुड़ा हो सकता है या धमकाने के लिए फाय¨रग की गई। ऐसी घटना से सप्लायर, स्वजन और पड़ोसी भयभीत नजर आए। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद थी। कार में एक गोली फंसी मिली। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लिया। सभी थाना की पुलिस को मामले में लगा दिया।

टाइगर मोबाइल जवानों ने पकड़ा

इधर, सीतारामडेरा थाना की पुलिस से खबर पहुंची कि थाना क्षेत्र में टाइगर मोबाइल के जवानों ने भालूबासा में ऑटो सवार तीन अपराधियों को पिस्तौल, कारतूस के साथ पकड़ा है। उस समय तक कदमा थाना क्षेत्र में फाय¨रग की तस्वीर साफ नही हुई थी। सीतारामडेरा में पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ हुई तो सभीच्ने सच्चाई उगल दी। कदमा फाय¨रग में संलिप्तता स्वीकार की। गिरफ्तार आरोपितों में कदमा शास्त्रीनगर ब्लाक नंबर चार के निवासी मोहित सिंह, छोटू सिंह और एक अन्य है। अखिलेश सिंह गिरोह का नाम लेकर दहशत फैलाना उद्देश्य था। पुलिस को गुमराह करने को गिरोह का नाम पर्चे में लिखा। सप्लायर और मोहित सिंह का घर कुछ-कदम पर है। हालांकि अधिकारिक रूप से पुलिस मामले में कुछ बयां नहीं कर रही है। रविवार को मामले में जानकारी देने की बात कहीं गई।

अलाव तापते हुए बनी थी योजना

बताया जाता है कि शुक्रवार की रात मोहित सिंह अपने साथियों के साथ ऋषिकेश के घर के पास ही अलाव जलाकर ताप रहा था। इस दौरान उन्होंने रंगदारी मांगने की योजना बनायी और तत्काल ही उन्होंने योजना को धरातल पर भी उतार दिया। मोहित ने एक कागज पर लिखकर पत्थर में लपेट कर ऋषिकेश के घर में फेंका और जाते-जाते हवाई फायरिंग करते हुए भाग निकला।