JAMSHEDPUR: परसुडीह थाना के अंतर्गत कीताडीह में सोमवार को वर्चस्व को लेकर दो गुटों में ताबड़तोड़ फाय¨रग हुई। फायरिंग में मटका किंग मन्ना महतो बाल-बाल बच गया। फायरिंग की सूचना पर पहुंची पुलिस ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया। पुलिस की सूचना पाकर फायरिंग करने वाला गुट फरार हो गया। फायरिंग से क्षेत्र के लोगों में दहशत है। शहर में रंजीत व संजीत साव तथा डब्ल्यू मिश्रा गुट के बीच में मटका व्यापार में वर्चस्व को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। सोमवार को कीताडीह गुरुद्वारा के पास डब्ल्यू मिश्रा गुट के मन्ना महतो पर रंजीत व संजीत साव गुट के गुर्गो ने फायरिंग कर जान से मारने की कोशिश की। फायरिंग में मन्ना महतो बाल-बाल बच गया। फायरिंग की आवाज से बस्ती के लोग सहम गए। बस्ती के लोगों ने हिम्मत कर फायरिंग करने वालों का पीछा किया तो आपराधी घटनास्थल पर मोटरसाइकिल छोड़ कर भाग निकले। फाय¨रग की सूचना पर डीएसपी आलोक रंजन, बागबेड़ा व परसुडीह थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखा तो दो मोटरसाइकिल व एक स्कूटी पर सवार पांच लोग दिखे।
सतनाम सिंह के मकान में आया था मन्ना
स्थानीय लोगों ने बताया कि रविवार को मन्ना महतो गुरुद्वारा के पास रहने वाली अपनी बहन के सहयोग से सतनाम सिंह के माकान में किराये का कमरा लिया था। मुन्ना कि जानकारी विरोधी गुट को ही मिलते ही दोपहर में मन्ना महतो पर फायरिंग कर दी। गनीमत रही कि मन्ना गोली की आवाज से छिप गया और फरार हो गया।
पिछले माह संजीत के पिता पर की फाय¨रग
गैंगवार की नींव सितंबर पड़ी थी डब्ल्यू मिश्रा गुट ने बागबेड़ा गुदड़ी मार्केट में रंजीत-संजीत साव के पिता पर फाय¨रग की थी। फाय¨रग में संजीत के पिता बच गए थे, लेकिन गोली मानगो गौड़ बस्ती निवासी संतोष गुप्ता के पैर में लग गई थी। उस फाय¨रग मामले में मटका किंग रंजीत के पिता रामधारी साव के बयान पर डब्ल्यू मिश्रा, मन्ना महतो व उसके अन्य साथियों के खिलाफ जान मारने की नीयत से फाय¨रग करने का मामला बागबेड़ा थाना में दर्ज कराया गया था।