जमशेदपुर (ब्यूरो): जमशेदपुर निवासी मशहूर लेखक अंशुमन भगत का कहना है कि पिछले 2 वर्षों में हमने देश में कई बदलाव देखे हैं, जिसमें सभी लोगों ने संघर्ष से हालात का सामना किया है। कोरोना महामारी ने पूरी मानव जाति को आर्थिक और स्वास्थ्य जैसी समस्याओं से रूबरू कराया है, जिसका सीधा असर लोगों की दिनचर्या में हो रहे बदलावों से पता लगाया जा सकता है। इसलिए आने वाले नए साल 2022 में खुद को नए सिरे से तैयार करना जरूरी है, ताकि आप हर मुश्किल परिस्थिति में भी खुद को सकारात्मक रखकर अनुकूल स्थिति बनाने में सफल हो सकें।

मौके लेकर आता है नया साल

अंशुमन ने यह भी बताया कि हर साल की तरह नया साल भी अपने साथ कुछ मौके लेकर आता है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि हम अपने काम के हिसाब से अपनी प्रवृत्ति के अनुसार खुद को एक दिशा की ओर कैसे ले जाते हैं। हर बार एक नई चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें आपकी कड़ी मेहनत लगती है, जो आपके जीवन को खुशियों के रंगों से भर देती है।

खुद की काबिलियत को पहचानें

उन्होंने कहा कि अगर हम खुद को समय दें तो अपनी काबिलियत को पहचान सकते हैं, लेकिन यह तभी संभव है जब हमारे अंदर दृढ़ ईच्छाशक्ति हो। अक्सर देखा जाता है कि जब कोई व्यक्ति किसी की बुराई करता है या उसे डिमोटिवेट करता है, तो वह अपने रास्ते से भटक जाता है। ऐसे हमें इन चीजों को सकारात्मक रूप से लेने की जरूरत है, जो हमें जीवन में आगे बढऩे में मदद करती है। कहा कि खुद की सेहत का भी ध्यान रखना जरूरी है, क्योंकि महामारी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, बल्कि एमिक्रॉन कोरोना से भी ज्यादा घातक वायरस है। जितना हो सके सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें और खुद के साथ-साथ दूसरों को भी सुरक्षित रखें।