अब चलेंगे इलेक्ट्रिक इंजन, ट्रैफिक जाम की समस्या से मिलेगी मुक्ति
जमशेदपुर : रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इस बार के बजट में रेलवे की झोली में बहुत कुछ पड़ा है, जिससे यात्रियों को सीधा फायदा होने वाला है। अब थर्ड लाइन, फोर्थ लाइन व पांचवी लाइन के निर्माण से ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी। ट्रेनों के लेट होने की समस्या समाप्त हो जाएगी। सभी स्टेशनों में एस्केलेटर व लिफ्ट की संख्या में इजाफा होगा। ट्रैकों का विद्युतीकरण होगा। नये व अत्याधुनिक इंजनों का निर्माण की संख्या में इजाफा होगा। जिसका फायदा टाटानगर स्टेशन सहित पूरे जोन के यात्रियों को फायदा होगा।
एस्केलेटर : वर्ष 2009-14 के बजट में कुल 23 एस्केलेटर, वर्ष 2014-19 के बजट में 91 एस्केलेटर का निर्माण हुआ। जबकि वर्ष 2020-21 मे 125 एस्केलेटर के लगाने का लक्ष्य है।
लिफ्ट : वर्ष 2009-14 के बजट में 16, वर्ष 2014-19 में 75, व 2020-21 में 175 लिफ्ट लगाने का लक्ष्य है।
यूटीएस ऑन मोबाइल : वर्ष 2009-14 के बजट में शून्य, वर्ष 2014-19 में 23.5 करोड़ यात्री व 2020-21 में 43.4 करोड़ यात्रियों को यूटीएस ऑन मोबाइल से टिकट खरीदने के लिए जागरुक करने का लक्ष्य रखा है।
ट्रैक का दोहरीकरण : वर्ष 2009-14 के बजट में 375 किलोमीटर, वर्ष 2014-19 में 1,019 किलोमीटर, व 2020-21 में 1900 किलोमीटर रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण का लक्ष्य है।
इलेक्ट्रिक इंजन : वर्ष 2009-14 के बजट में 246, वर्ष 2014-19 में 356, व 2020-21 में 725 इलेक्ट्रिक इंजन बनाने का लक्ष्य है।
विद्युतीकरण- वर्ष 2009-14 के बजट में 608 आरकेएम, वर्ष 2014-19 में 2,737आरकेएम, व 2020-21 में 6000 आरकेएम रेलवे ट्रेक का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य है।