JAMSHEDPUR: कोल्हान विश्वविद्यालय की पीजी और बीएड फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं मंगलवार से प्रारंभ हो गई। पीजी की परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित हुई। पहली पाली सुबह 10 से 12 तथा दूसरी पाली 2 से चार बजे तक आयोजित हुई। बीएड की परीक्षाएं दोपहर डेढ़ बजे से प्रारंभ हुई। परीक्षा केंद्रों को विशेष सतर्कता के बीच परीक्षाएं आयोजित की गई है। पीजी फाइनल मंगलवार को 1117 छात्रों ने परीक्षा दी 13 छात्र अनुपस्थित रहें। वहीं बीएड में सभी के सभी 1418 छात्रों ने परीक्षा दी। परीक्षा केंद्रों में छात्रों को थर्मल स्क्री¨नग व पूरी जांच प्रक्रिया का पालन करने तथा हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश कराया गया। पीजी की परीक्षा के लिए 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। कॉलेज परिसरों के अंदर व बाहर में गोला भी बनाया गया है, ताकि परीक्षार्थी गोला में खड़े होकर घुसे तथा परीक्षा देकर निकले। मंगलवार को विज्ञान की परीक्षा होने के कारण छात्रों की परीक्षा कम थी। बुधवार से कॉमर्स व आर्ट्स की परीक्षाएं भी प्रारंभ हो रही है।
पिछले साल के सवाल रिपीट
पीजी फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा में पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को रिपीट किया गया। परीक्षा देकर निकले छात्रों ने बताया कि फिजिक्स के सभी प्रश्न पिछले साल के ही थी। कुल 70 नंबर की परीक्षा हुई। इसमें तीन दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर देना तथा दस वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के लिए एक-एक प्रश्न तथा दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर के लिए 20-20 अंक निर्धारित थे।
टाटा कॉलेज में एग्जाम शुरू
कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) की ओर से संचालित टाटा कॉलेज चाईबासा में मंगलवार से कोविड-19 के मापदंड को पूरा करते हुए परीक्षाएं शुरू हो गयी है। प्रथम पॉली में फिजिक्स व साइकोलॉजी के पीजी सेमेस्टर-4 में कुल 101 विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठना था, लेकिन 100 परीक्षार्थी उपस्थित थे एवं 1 अनुपस्थित था। टाटा कॉलेज के प्रिंसिपल डा। एससी दास ने बताया कि प्रथम पॉली की परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक आयोजित की गई। इसी तरह द्वितीय पॉली में साइंस विषय की परीक्षा ली गई। इसमें 250 स्टूडेंट्स को शामिल होना था, लेकिन 247 विद्यार्थी ही शामिल हुए तथा 3 अनुपस्थित थे। परीक्षार्थियों को कॉलेज में एक घंटा पहले परीक्षा देने के लिए बुलाया गया। परीक्षा पूरी तरह से कदाचारमुक्त ली गई। इस दौरान कई परीक्षार्थियों नकल करने के लिए पुर्जी लेकर आए थे, लेकिन जांच के दौरान उनसे पुर्जी को निकलवा लिया गया।