JAMSHEDPUR: झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) नये साल से बिजली की दरों में वृद्धि करेगा। इसके पीछे का कारण विभाग का करोड़ रुपये का राजस्व घाटा बताया जा रहा हैं। उपभोक्ताओं को मिलने वाली सब्सिडी और राजस्व घाटे की भरपाई विभाग दर बढ़ाकर करेगा। निगम ने सभी प्रमंडल के महाप्रबंधकों को पत्र जारी कर विद्युत चोरी की जांच करने, बिल न जमा करने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने और बकाया राजस्व को वसूलने का निर्देश दिया है।
मंहगी बिजली की हो रही खरीद
बिजली की दरों में वृद्धि होने का कारण विभाग द्वारा मंहगी दर से बिजली खरीदना हैं। उपभोक्ताओं को पांच से छह रुपये प्रति यूनिट से दी जाने वाली बिजली 7 से 12 रुपये यूनिट से खरीदी जा रही है। जिले में बड़ी इंड्रस्ट्रियल हब होने से औद्योगिक कामों के लिए बिजली की अधिक खपत होती है। शहर सहित अन्य क्षेत्रों में कुल 70 मेगावाट की जरूरत में शहर को हर दिन 50 से 55 मेगावाट बिजली मिल पाती है। जिससे रोस्टरिंग कर इसका वितरण सब स्टेशनों को किया जाता है।
लाइनलॉस और फर्जी बिलिंग बनी मुसीबत
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि कोल्हान में 4.5 लाख बिजली उपभोक्ता है। जिसमें से ग्रामीण इलाके में 30 प्रतिशत बिजली चोरी होने से विभाग को भारी नुकसान हो रहा है। प्रमंडल में 20 प्रतिशत बिजली उपभोक्ताओं की बिजली बिलिंग ही नहीं की जाती है। जिसमें अधिकारी उपभोक्ताओं से सांठ-गांठ कर बिना बिलिंग के ही उपभोग कर रहे है।
31 दिसंबर तक गांव-गांव बिजली पहुंचाने का लक्ष्य
राज्य सरकार ने सौभाग्य योजना के तहत प्रदेश के गांव-गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है। जिसके चलते संबंधित विभाग के अधिशाषी अभियंता कनेक्शन दे रहे है। योजना के तहत बीपीएल परिवारों को महज 100 रुपये प्रति माह पर बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। जिले के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि 31 दिसंबर तक क्षेत्र में आने वाले सभी कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
रांची मुख्यालय से राजस्व वसूली के लिए निर्देश आया है। कार्यपालक अभियंताओं को आदेश देकर बिजली चोरी चेकिंग, राजस्व वसूली का निर्देश दिया गया है। नये साल में बिजली की दरें बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
-अमरनाथ मिश्रा, जीएम, झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड