JAMSHEDPUR : ईस्ट सिंहभूम जिले में ढाई गुने से भी अधिक रफ्तार से कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ रहा है। यहां कोरोना से मौत होने के साथ-साथ मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी हैं। बीते 18 दिनों में ढाई गुने से भी अधिक तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ी है, जो ¨चताजनक है। 18 दिन में कुल 424 मरीज मिलने के साथ-साथ दस की मौत हो चुकी है। वहीं, इसके 18 दिन पूर्व यानी 13 से 30 जून तक 167 मरीज मिले थे। मरीजों की बढ़ती संख्या से स्थिति बेकाबू हो गई है। एक-एक दिन में 50 से भी अधिक मरीजों की पुष्टि हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या से न सिर्फ प्रशासन की नींद उड़ गई है बल्कि पूरे शहर के लिए खतरनाक संकेत है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के पूर्व अध्यक्ष डॉ आरएल अग्रवाल ने बताया कि इसी रफ्तार से कोरोना के मरीज बढ़ते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब जमशेदपुर भी महाराष्ट्र और दिल्ली जैसा ही हो जाएगा। झारखंड में सबसे अधिक कोरोना मरीजों की संख्या ईस्ट सिंहभूम में ही है। यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 821 पहुंच गई है। वहीं, दूसरे स्थान पर सिमडेगा, तीसरे स्थान पर धनबाद है।

ठीक होने की रफ्तार कम

बीते 18 दिनों का आंकड़ा देखा जाए तो कोरोना मरीजों का ठीक होने का रफ्तार काफी धीमी हुई है। एक से 18 जुलाई के बीच कुल 424 संक्रमित मरीज मिले हैं और 168 स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। वहीं, 13 से 30 जून यानी इसके 18 दिन पूर्व की बात करें तो मरीज कम मिले थे और स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक थी।

सर्विलांस विभाग में भीड़

कोरोना जांच कराने के लिए जिला सर्विलांस विभाग में भीड़ उमड़ रही है। बिना डॉक्टर के पर्ची लिए लोग जांच कराने पहुंच रहे हैं। यहां तक पैरवी लेकर भी आ रहे हैं। कोई डीसी ऑफिस का कर्मचारी बता रहा है तो एसएसपी ऑफिस का। रविवार को स्थिति अनियंत्रित हो गई। इससे हो हंगामे की नौबत आ गई। किसी तरह मामले को शांत कराया गया। हर कोई जल्दी में रिपोर्ट चाह रहा है। ट्रूनेट मशीन से डेढ़ घंटे के अंदर रिपोर्ट आ जाती है। इसलिए उसकी डिमांड अधिक है।

आइएमए प्रेसिडेंट की रिपोर्ट निगेटिव

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के प्रेसिडेंट डॉ। उमेश खां का कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह खबर न सिर्फ चिकित्सा जगत को राहत देने वाली है, बल्कि मरीजों के लिए भी अच्छी खबर है। डॉ उमेश खां शहर के जाने-माने फिजिशियन हैं। वह कई बड़े अस्पतालों में सेवा देते हैं। शनिवार को सोशल मीडिया पर अफवाह तेज फैली की डॉ। उमेश खां कोरोना पॉजिटिव आए हैं। उसी दौरान डॉ उमेश खां ने इसका खंडन करते हुए अपना नमूना जांच के लिए भेजा था। रविवार की सुबह उनका रिपोर्ट निगेटिव आई है। ट्रूनेट मशीन से उनकी जांच हुई है। दरअसल, डॉ उमेश खां लाइफ लाइन नर्सिंग होम में भी सेवा देते हैं। 13 जुलाई को वहां एक मरीज पहुंचा था, जिनका इलाज डॉ। उमेश खां ने ही किया था। इसके बाद 16 जुलाई को उस मरीज को टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) रेफर कर दिया गया। वहां पर कोरोना जांच हुई तो उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसकी सूचना डॉ उमेश खां को मिली तो उन्होंने सावधानी बरतते हुए खुद को होम क्वारंटीन कर लिया और अगले तीन दिन तक लाइफ लाइन को बंद कर दिया गया था। डॉ। उमेश खां ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई हमलोगों को मिल-जुलकर लड़नी है। मरीजों का इलाज भी करना है और अपने आप को सुरक्षित भी रखना है। सभी की जांच रिपोर्ट आने के बाद हमलोग फिर से मरीजों की सेवा में जुट जाएंगे।