छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: सिटी पर फेस्टिव फीवर चढ़ चुका है और लोगों का एक्साइटमेंट पीक पर है। जमशेदपुर में पब्लिक गैदरिंग के लिहाज से दुर्गा पूजा सबसे बड़ा उत्सव होता है। सप्तमी यानी शनिवार से शहर में भीड़-भाड़ बढ़ गई है। लोग अपने परिवार के साथ शुक्रवार से ही पंडालों के दर्शन के लिए निकलने लगे हैं। लेकिन, सबसे ज्यादा भीड़ अष्टमी और नवमी यानी रविवार और सोमवार को होगी। शनिवार को शहर में स्थापित 320 पंडालों के पट खुल गए हैं। यहां शाम से देर रात तक लोग अपने परिवार के साथ पहुंच रहे हैं। जिला प्रशासन ने दुर्गा अष्टमी और नवमी को होने वाली भीड़ को देखते हुए एक गाइड लाइन जारी किया है। इन दो दिनों में शहर के 320 पंडालों में लाखों की संख्या की संख्या में लोग जुटेंगे। इसके साथ ही दशमी को रावण दहन और प्रतिमा विसर्जन में लाखों लोगों के शामिल होने का अनुनमान है। शहर में काशीडीह रामलीला मैदान और गोविंदपुर में रावण का दहन किया जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से डीसी रविशंकर शुक्ला ने शहर के लोगों से शांतिपूर्वक मेले में शामिल होने की अपील की है। पूरे दुर्गोत्सव को देखते हुए पूजा समितियों के लिए जिला प्रशासन की ओर से कुछ गाइडलाइंस जारी किए गए हैं। आइए जानते हैं कि कैसे कुछ सावधानियां बरत कर इस उत्सव को खुशनुमा और बेहतर बनाया जा सकता है।
प्रशासन ने दिए ये निर्देश
पंडाल में प्रवेश एवं निकास के लिए महिला पुरुष अलग-अलग गेट का प्रयोग करें
भगदड़ की स्थित निकलने के लिए वैकल्पिक रास्ता पहले से चिन्हित कर रखें
पंडाल में बनाई गई मूर्ति या जिसमें यह लिखा हो छूना मना है तो उसे न छुए
अपने साथ कोई ज्वलनशील पदार्थ न रखे, दुकानों को 100 मीटर दूर लगाया जाये
पंडाल के पास पर्याप्त संख्या में अग्निशमन यंत्र, पानी एवं बालू की व्यवस्था रखें
पंडाल फायर विभाग की एनओसी ले और साथ ही फायर डिपार्टमेंट का नंबर रखे।
पंडाल की सुरक्षा में तैनात लोगों को अग्निशमन यंत्र चलाने की ट्रेनिंग दी जाये
पंडाल के पास एक प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किया जाना चाहिये
लोगों को जागरुक करने के लिए हर पंडाल में एक लाउडस्पीकर बजना चाहिये
पंडाल और मेले को देखते हुए संबंधित थाने से पर्याप्त पुलिस बल की मांग करें
पंडाल, ग्राउंड और सड़क पर सीसीटीवी लगाये और कंट्रोलरूम बनाकर नजर रखे
पंडाल के एक ओर फायर वैन और एंबुलेस आने का रास्ता बनाकर रखे।
इन बातों का रखें ख्याल
-मेले और पंडाल में घूमते समय एक ही स्थान पर न रुकें, बल्कि चलते रहें। ऐसा करने से भीड़ संतुलित होती रहेगी।
-पंडाल में जाने से पहले अपने बच्चों को माता-पिता का नाम और घर का मोबाइल नंबर याद करा दे या उसकी जेब में एक पर्ची में नाम, पता और मोबाइल नंबर अवश्य लिखकर डाल दें।
-पंडाल या मेले में किसी तरह की आपात स्थित में तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दें।
-बिजली के तारों से सटकर नहीं चलें, बल्कि इनसे दूर रहें।
-मेले में जाते समय स्त्री-पुरुष बहुमूल्य वस्तुएं लेकर नहीं चाएं।
-मोबाइल को सुरक्षित रखें और जरूरत का सामान ही लेकर चलें।
-किसी तरह की अनहोनी होने पर अफवाह न फैलाये, तुरंत पुलिस को सूचना दें।
-विसर्जन के दौरान तैरना नहीं आने पर पानी के भीतर नहीं जाएं। ं
ये हैं आपके काम के नंबर्स
पुलिस सहायता-100
नगर नियंत्रण कक्ष-2431030
फायर ब्रिगेड, गोलमुरी-9304953411
फायर ब्रिगेड, मानगो-9304953459
फायर ब्रिगेड, टाटा-06576694444
फायर ब्रिगेड, आदित्यपुर-9304953415
एम्बुलेंस-108
डीसी, जमशेदपुर-8986606951
अपर समाहर्ता, जमशेदपुर-9430785403
एसएसपी-9431706480
एसपी सिटी-9471190203
एसपी रूरल-9470199228
एसडीओ, धालभूम-9431117832