छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : रांची-महुलिया राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 की मरम्मत पर तितली तूफान की काली छाया पड़ गई है। जमशेदपुर और उसके आसपास भारी बारिश की वजह से मरम्मत का काम बाधित हो गया है। शुक्रवार को एनएच 33 पर जमशेदपुर से कांदरबेड़ा तक मरम्मत का टेंडर लेने वाली कंपनी जयमाता दी कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड की एक भी गाडि़यां नहीं नजर आईं।
पांच दिन पहले काम शुरु
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) एनएच 33 की मरम्मत का काम 16 करोड़ों रुपये की लागत से करा रहा है। इस काम का टेंडर जय माता दी कंपनी को मिला है। कंपनी ने 10 दिन पहले रांची के रामपुर जमदुआ और बुंडू के आसपास से काम शुरू किया है। गुरुवार को कंपनी ने चांडिल के करीब चिलगू तक और पारडीह काली मंदिर के पास डायवर्सन के करीब थोड़ा बहुत काम किया। लेकिन शुक्रवार को तितली तूफान के चलते हो रही बारिश से काम बाधित हो गया।
बरसात से बाधित होता रहेगा काम
गुरुवार को कंपनी ने नहर के पास थोड़ा बहुत काम किया है। जबकि शुक्रवार को मरम्मत का काम नहीं हुआ है। उधर, एनएचएआइ के सूत्रों का कहना है कि जब तक बरसात होती रहेगी, एनएच की मरम्मत का काम बाधित रहेगा। बरसात खत्म होने के बाद काम तेजी से शुरू कर दिया जाएगा।
डीपीआर तैयार, टेंडर बहुत जल्द
एनएचएआइ के सूत्रों के अनुसार रांची से महुलिया के बीच एनएच 33 पर बने चार खंड में से एक चौका- चिलगू खंड के फोरलेन के काम का टेंडर दो-चार दिन में आने वाला है। एनएचएआइ के इंजीनियरों ने एनएच 33 के इस खंड में बचे हुए काम का आकलन कर लिया है। इस इलाके में चौका में एक फ्लाईओवर भी बनाया जाएगा। डीपीआर लगभग तैयार है टेंडर निकालने की तैयारी चल रही है। मालूम हो कि चिलगू से महुलिया 44 किलोमीटर लंबे खंड का 391.88 करोड़ रुपये लागत का टेंडर पहले ही आ चुका है।
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