JAMSHEDPUR: लौहनगरी फिर से आवारा कुत्तों के आंतक से लोग परेशान हैं। शहर में पिछले दो दिनों में कुत्तों ने 11 लोगों को काटकर हॉस्पिटल का रास्ता दिखा दिया। साकची गोलचक्कर पर शुक्रवार की शाम एक कुत्ते ने गोलमुरी निवासी रूबी कुमरी समेत चार लोगों को जख्मी कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें एमजीएम हॉस्पिटल पहुंचाया। शहर में कुत्तों के आंतक का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की पिछले छह महीने में सिर्फ एमजीएम हॉस्पिटल में नौ हजार एंटी रैबीज की खपत हुई है। पिछले एक सप्ताह में कुत्तों द्वारा काटे जाने के 23 मामले सिर्फ एमजीएम में आए।
नगर निगम ने बंद किया ये अभिनयान
शहर के जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमिटी (जेएनएसी), मानगो नगर निगम और जुगसलाई नगरपालिका ने कुत्तों का नसबंदी अभियान भी बंद कर दिया गया है। पिछले साल 16 फरवरी 2018 को बिरसानगर के गिन्नी मैदान में कुत्तों ने मोनू कुमार को नोच कर मार डाला था और उसके चचेरे भाई मन्नू कुमार को जख्मी कर दिया था। इसके बाद कुछ दिनों तक प्रशासन द्वारा आवारा कुत्तों का नसबंदी अभियान चलाया गया, जो कुछ दिनों बाद ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
चौक-चौराहों पर कुत्तों का आंतक
शहर में दर्जनभर से ज्यादा चौक-चौराहे में कुत्तों का आतंक रहता है। गली चौराहों पर घूम रहे कुत्ते खूंखार होते जा रहे हैं। साकची, बिष्टुपुर, सोनारी, कदमा, मानगो, बर्मामाइंस, बिरसानगर आदि इलाके में कई चौराहे ऐसे हैं जहां से अगर संभल कर नहीं गुजरे तो कुत्तों से सामना हो सकता है। खूंखार कुत्ते शहर के तीन मासूम बच्चों की जान भी ले चुके हैं। रात नौ बजे से सुबह होने तक तो शहर में आवारा कुत्तों का राज रहता है। दिन को भी कब ये बच्चों को अकेला पाकर उन पर टूट पड़ें कोई ठीक नहीं है। रात को शहर में जगह-जगह कुत्तों का झुंड रहता है और ये कुत्ते गुजरने वालों पर एकदम झपटते हैं। बाइक तो बाइक ये कुत्ते चार पहिया वाहनों को भी दौड़ा देते हैं। इन कुत्तों की वजह से कई हादसे हो चुके हैं। लोगों ने मामले की शिकायत कई बार प्रशासन से की लेकिन, अब तक नगर निकायों ने इस समस्या का समाधान नहीं खोजा।
कई साल से नहीं हुआ है सर्वे
जमशेदपुर में कुत्तों का बंध्याकरण कई सालों से नहीं हुआ है। पिछले साल कुत्तों काटे जाने पर एक बच्चें की मौत से केवल जेएनएसी ने कुछ दिनों तक बंध्याकरण का चलाया उसके बाद उसे भी बंद कर दिया। बंध्याकरण नही होने के कारण कुत्तों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। जमशेदपुर अक्षेस, मानगो नगर पालिका और जुगसलाई नगर पालिका ने इधर कई साल से कुत्तों का सर्वे भी नहीं कराया। नगर निकायों के दो साल पहले हुए एक सर्वे के अनुसार शहर में 31 हजार 865 कुत्ते हैं।
सुबह सैर करने वालों पर भी आफत
इन दिनों जुबिली पार्क के आसपास 20-25 की संख्या में कुत्तों का एक झुंड मंडराता रहता है। ये कुत्ते सुबह सैर-सपाटा करने वालों को भी दौड़ा लेते हैं। अगर लोगों के हाथ में झोला आदि लिए हों तो ये कुत्ते उन पर हमला भी कर देते हैं।
यहां है आवारा कुत्तों का आतंक
साकची में एपेक्स अस्पताल के मोड़ पर, साकची रामलीला मैदान, साकची गोलचक्कर, बाराद्वारी सब्जी मंडी के पास, साकची शीतला मंदिर, साकची हावड़ा ब्रिज, साकची स्लैग रोड, राजेंद्र नगर मेन रोड, साकची मोहम्मडन लाइन, गोलमुरी सिद्धो-कान्हो बस्ती, बर्मामाइंस थाना रोड, मानगो बावनगोड़ा चौक, मानगो मुंशी मोहल्ला पोस्ट ऑफिस रोड, मानगो शंकोसाई, मानगो कचरा बस्ती, मानगो रोड नंबर दो, मानगो रोड नंबर एक, मानगो रोड नंबर 15, मानगो रोड नंबर 17, मानगो गोलचक्कर, बागबेड़ा फुटबाल मैदान, जुगसलाई बाटा चौक, जुगसलाई महतो पाड़ा रोड।
साढ़े पांच साल में तीन बच्चों को आवारा कुत्तों ने मार डाला
- 16 फरवरी 2018 : बिरसानगर के गिन्नी मैदान में कुत्तों ने मोनू कुमार को नोच कर मार डाला उसके चचेरे भाई मन्नू कुमार को घायल कर दिया।
-2014 : में सिदगोड़ा में मयंक नामक नौनिहाल को कुत्तों ने नोच नोच कर मार डाला।
-जुलाई 2013 : मानगो के बावनगोड़ा निवासी लाल के बेटे मासूम बेटे जावेद को कुत्तों ने नोच डाला। अस्पताल में बच्चे की हुई थी मौत।
शहर में कुत्तों की संख्या - 31865
जमशेदपुर अक्षेस क्षेत्र में -13194
आदित्यपुर में -8303
मानगो में -8968
जुगसलाई -1300
आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए अभियान चलाया जाएगा। आवारा कुत्तों को चिन्हित कर बंध्याकरण किया जाएगा। बंध्याकरण अभियान शुरुआत शनिवार से कर दी गई है।
-कृष्ण कुमार, स्पेशल ऑफिसर, जेएनएसी
आवारा कुत्तों का बंध्याकरण किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।
राजेन्द्र कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, मानगो नगर निगम
आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या में नियंत्रण के लिए इन्हें पकड़ने को लेकर टेंडर निकाला जाएगा। जिससे जुगसलाई क्षेत्र में आवारा कुत्तों का दहशत कम हो।
सुरेन्द्र प्रसाद, कार्यपालक पदाधिकारी, जुगसलाई नगरपालिका
कुत्तों के काटने के मामले को देखते हुए हॉस्पिटल में एंटी रैबीज पर्याप्त व्यवस्था है। पीडि़त लोगों को इंजेक्शन लगाया जा रहा है।
डॉ एसएन झा, सुपरिटेंडेंट, एमजीएम
रात नौ बजे के बाद अगर आप रोड पर निकलते हैं तो आपकी खैर नहीं। शनिवार को ही बाइक पर साकची से रात 11 बजे जेम्को जा रहा था। बाराद्वारी के पास अचानक 10-15 कुत्तों ने मुझे खदेड़ा। कुत्तों के भौंकने की वजह से मैं डरकर बाइक से गिरकर घायल हो गया।
-रौशन कुमार, साकची