जमशेदपुर (ब्यूरो): अरका जैन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की ओर से सोमवार से &भौतिकी और सामग्री विज्ञान में हालिया तकनीकी प्रगति&य विषयक दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन में विषय-वस्तु से संबंधित अत्याधुनिक विकास पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञ, विद्वान और शिक्षाविद शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन का उद्घाटन समारोह विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने वाले सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि यह प्रतीकात्मक संकेत ज्ञान और नवाचार की रोशनी का प्रतीक है। सम्मेलन का लक्ष्य इसे बढ़ावा देना है।
सम्मानित किया गया
उदघाटन समारोह के बाद कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एनआईटी जमशेदपुर के धातुकर्म और सामग्री इंजीनियरिंग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रीना साहू एवं भौतिकी विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ नेहा अग्निहोत्री को उनके अमूल्य योगदान को मान्यता देते हुए सम्मानित किया गया। भौतिक विज्ञान और भौतिकी के क्षेत्र में उनकी उपस्थिति ने अकादमिक समुदाय के भीतर सार्थक संवाद और सहयोग को सुविधाजनक बनाने में सम्मेलन के महत्व को रेखांकित किया। स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के सहायक डीन डॉ अश्विनी कुमार ने गर्मजोशी भरा और प्रेरणादायक स्वागत भाषण दिया। इससे आगे की कार्यवाही की रूपरेखा तय हुई। उन्होंने अंत:विषय सहयोग के महत्व और अनुसंधान एवं विकास में उत्कृष्टता की खोज पर जोर दिया।
प्रयासों की सराहना की
विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष प्रो (डॉ) एसएस रजी ने भौतिकी और सामग्री विज्ञान में अत्याधुनिक अनुसंधान और नवाचारों पर शोध के लिए दुनिया भर के विशेषज्ञों और विद्वानों को एक मंच लाने में आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना की। आईक्यूएसी के निदेशक डॉ अरविंद कुमार पांडे ने आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने शिक्षा, उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के बीच सहयोग व ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में ऐसे सम्मेलनों के महत्व पर बल दिया।
समारोह का मुख्य आकर्षण अतिथियों का ज्ञानवर्धक वक्तव्य रहा, जिन्होंने इस तरह के प्रासंगिक विषय पर एक सम्मेलन आयोजित करने के लिए अर्का जैन विश्वविद्यालय द्वारा की गई पहल की सराहना की। उन्होंने भौतिकी और भौतिक विज्ञान के भविष्य को आकार देने में तकनीकी प्रगति के महत्व पर प्रकाश डाला। सम्मेलन के परिणामों के बारे में आशावाद व्यक्त किया। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के पहले दिन के मुख्य वक्ता ताइवान स्थित राष्ट्रीय ताइपे प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अनुसंधान सहायक प्रोफेसर डॉ लोगनाथन वीरमुथु हैं।
रखे अपने विचार
इनके अलावा यूनाइटेड किंगडम स्थित कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च एसोसिएट डॉ शेख मोहम्मद आरिफ और पर्यावरण संकाय (सौर ऊर्जा अनुसंधान समूह) में रिसर्च फेलो डॉ अनुराग रॉय ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने भौतिकी और सामग्री विज्ञान के क्षेत्र में नवीनतम प्रगति और भविष्य के रुझानों में उनकी अंतरदृष्टि ने प्रतिभागियों को प्रेरित और उत्साहित किया। इससे प्रतिभागियों को नवाचार और खोज के लिए प्रेरणा मिली। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में देश-विदेश से आये शोधकर्ता विद्वानों, शिक्षाविदों और छात्रों की ओर से लगभग 50 पेपर प्रस्तुत किए जाएंगे।