छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: अब भी समय है। नक्सली मुख्यधारा में लौट आएं। कोई समस्या है, तो आमने-सामने आकर बात करें। अपनी बातों को माध्यम से रखें। पुलिस अधिकारी से संपर्क करें। बातचीत के दरवाजे खुले हैं। जनता को गुमराह नहीं करें। अगर नहीं मानेंगे और जनता को परेशान करेंगे, तो मारे जाएंगे। ये बातें जमशेदपुर पुलिस मुख्यालय में नक्सली अभियान और अपराध की समीक्षा बैठक करने मंगलवार को जमशेदपुर पहुंचे प्रदेश के डीजीपी एमवी राव ने पत्रकारों से बातचीत में कही।
डीजीपी ने स्पष्ट कहा पुलिस जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए है। किसी को पुलिस मारना नहीं चाहती। लेकिन, जनता को कोई परेशान करेगा, उनके बीच दहशत फैलाने का काम करेगा, तो ऐसे समाज विरोधी लोग मारे जाएंगे। डीजीपी का इशारा साफ तौर पर नक्सलियों की ओर था। आगे डीजीपी ने कहा नक्सली उखड़ चुके हैं। गिनती के बचे हुए हैं। किराये पर कैडर लेकर मासिक तीन से पांच हजार रुपये देकर संगठन चला रहे हैं। कोई आधार नहीं रह गया है। संगठन छोड़ कैडर भाग रहे हैं। पुलिस की लगातार कार्रवाई से संगठन जल्द ही समाप्त हो जाएगा। जनता पुलिस के साथ है और जनता की मदद से सब कुछ संभव है।
नक्सली टिक नहीं पाएंगे
डीजीपी ने कहा, पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा इलाके में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चल रहा है। यह जारी रहेगा। विगत दो दिनों में चार बार नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। नक्सली कहीं टिक नहीं पाएंगे। इसे पूरी तरह समाप्त किया जाएगा। पूर्वी सिंहभूम जिले की सीमा बंगाल और ओडिशा से सटी हुई है। इन इलाकों में कुछ नक्सली सक्रिय हैं। उनका भी खात्मा होगा। नक्सलियों के खिलाफ विशेष अभियान चल रहा है। डीजीपी ने कहा कि अफीम और गांजे की खेती भी नष्ट किए जा रहे हैं।
आधी-आबादी की सुरक्षा
डीजीपी ने कहा आधी-आबादी की सुरक्षा के लिए पुलिस संकल्पित है। अगर आधी-आबादी सुरक्षित रहेगी, तो समाज भी सुरक्षित रहेगा। खुलकर आधी आबादी अपनी समस्या को पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर बताए। हर जिले में हेल्पलाइन नंबर और वाट्सएप उपलब्ध है। समस्या के निराकरण को महिला अधिकारियों की तैनाती है।
बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें
डीजीपी ने कहा कि माता-पिता बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। गतिविधियों पर निगाह रखें। लोग शिक्षित होंगे, तो समाज भी शिक्षित होगा। अपराध कम होंगे। आधी समस्या अपने आप हल हो जाएगी। झारखंड पुलिस ग्रामीण इलाके में जागरूकता अभियान चला रही है। आगे कम्युनिटी पुलि¨सग के तहत पूरे राज्य में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। बच्चों को हर गतिविधि की जानकारी दी जाएगी। शॉर्ट फिल्म बनाई जाएगी, जिसे गांवों में दिखाया जाएगा।
हिम्मत है तो धमकी देने वाले सामने आएं
डीजीपी एमवी राव ने उन्हें और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईमेल पर जान से मारने की धमकी मिलने के एक सवाल पर कहा कि हिम्मत है, तो धमकी देने वाले सामने आएं। पता चल जाएगा कि धमकी देने के अंजाम क्या होते हैं। धमकी देने वाले को पकड़कर जल्द ही लाएंगे। ऐसा करने वाले वे लोग हैं, जिनके धंधे पर चोट लगी है। कहा, ऐसी धमकी से क्या वे लोग हीरो बन जाएंगे और पुलिस छोटी बन जाएगी। बेकार की बातों पर ध्यान देना अच्छी बात नहीं है। यह सुनने में ही अच्छा लगता है। कहा, अमेरिका के राष्ट्रपति को तो रोज किसी न किसी माध्यम से धमकी मिलती है।