जमशेदपुर(ब्यूरो)। डेंगू की रोकथाम को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन हर साल मानसून के वक्त डेंगू का प्रकोप बढऩे लगता है। वैसे इस बार डेंगू के ज्यादातर मामले बाहर के ही हैं, लेकिन नगर परिषद, स्वास्थ्य विभाग और जुस्को द्वारा लगातार अभियान चलाकर इसकी रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
ये इलाके ज्यादा प्रभावित
वैसे तो शहर का कोई भी एरिया मच्छर जनित बीमारियों से अछूता नहीं है। हर जगह डेंगू के मामले सामने आ ही रहे हैं। इनमें पिछले साल सबसे ज्यादा 225 मामले मानगो में सामने आए थे। इस लिहाज से मानगो डेंगू प्रोन जोन माना जा रहा है और नगर परिषद द्वारा लगातार अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके अलावा कदमा, बागबेड़ा, बिष्टुपुर और टेल्को के साथ ही गम्हरिया और छोटा गम्हरिया में भी डेंगू के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं।
जगह-जगह वाटरलॉगिंग
लगातार जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गंदगी का अंबार लगा है। रोड पर पानी जमा है, जिसमें मच्छर के लार्वा पनप रहे हैं। हालांकि, शहरी क्षेत्र में जुस्को द्वारा लगातार जांच की जा रही है। बागेबड़ा में रोड पर लंबे समय से पानी भरा हुआ है, तो कदमा फुटबॉल मैदान के पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बिष्टुपुर जैसे रिहायशी इलाके में व्हीकल रिपेयरिंग की दुकानों के पास बेकार टायरों का भंडार लगा है। बारिश के समय उसमें पानी भर जाता है, लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं है।
क्या कहती है पब्लिक
नियमित रूप से साफ-सफाई और दवा का छिड़काव न होने के कारण मच्छर से होने वाली बीमारियों का खतरा बना हुआ है। इसके लिए छिड़काव करने की जरूरत है।
-अनमोल पोद्दार, गम्हरिया
लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। जब तक लोग खुद से नहीं समझेंगे। सुधार नहीं होगा। जागरूकता से ही डेंगू पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
-मनसा सेठ, कदमा
कई जगह साफ-सफाई और दवा के छिड़काव की जरूरत है। साथ ही लोगों को भी अपने स्तर से साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए। सामूहिक प्रयास ही बीमारी से बचाएगा।
बाबू, कदमा
शहर में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सतर्कता और जागरूकता की भारी कमी। बचाव के लिए जानकारी देने की जरूरत है।
-साधना चक्रवर्ती, कदमा
साफ-सफाई तो हो रही है। एंटी लार्वा का भी छिड़काव हो रहा है, लेकिन मच्छरों का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा। आम लोगों को भी इसके लिए आगे आना होगा।
-दिनेश शर्मा, बिष्टुपुर
क्षेत्र के अंडर कंस्ट्रक्शन भवन के बेसमेंट में लंबे समय से पानी भरा हुआ है। इस कारण लोग मच्छर और गंदगी से परेशान हैं। इस पानी को निकालने की दरकार है।
-नसीम खान, जाकिर नगर, मानगो
डेंगू से बचाव के लिए लोगों के बीच जनप्रतिनिधि के सहयोग से जागरूकता अभियान अति आवश्यक है। साफ सफाई पर भी ध्यान देने की जरूरत है। घर में सोते वक्त मच्छरदानी का प्रयोग, फुल शर्ट का प्रयोग करना जरूरी है। तभी डेंगू जैसी बीमारी से बचाव संभव है।
अंजू पांडे, शिक्षिका, बागबेड़ा कॉलोनी
मानसून आते ही डेंगू जैसी खतरनाक एवं जानलेवा बीमारी का प्रकोप सताने लगा है। डेंगू से बचाव हेतु सोते वक्त मच्छरदानी, फूल शर्ट एवं अपने क्षेत्र को साफ सुथरा रखने की आवश्यकता है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की भी जरूरत है।
-सुनील गुप्ता, पंसस, बागबेड़ा कॉलोनी
ऑफिशियल स्टैंड
लगातार अभियान चलाया जा रहा है। डेंगू मच्छर की ब्रीडिंग पर नजर रखने के लिए हर साल ब्रीडिंग चेकर्स भी रखे जाते हैं। यह 14 लोगों की टीम है। इस 14 सदस्यीय टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम भी काम करती है, ताकि ब्रीडिंग को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जहां बेकार कंटेनर पड़े हैं, वहां सारे कंटेनर्स को डिस्ट्रॉय किया जा रहा है। रिहायशी एरिया में लार्वा मिलने पर फाइन भी वसूला जा रहा है।
-डॉ ए मित्रा, जिला मलेरिया पदाधिकारी, ईस्ट सिंहभूम