जमशेदपुर (ब्यूरो): बारिश का मौसम शुरू हो चुका है। इसके साथ ही डेंगू का खतरा बढ़ गया है। डेंगू एक खतरनाक बीमारी है, जो एडीएस मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर हमारे घरों के आसपास जमा पानी में ही पनपता है। एडीएस मच्छर काले रंग का स्पॉटेड मच्छर होता है, जो दिन में ही काटता है। डेंगू का वायरस सीधे शरीर के प्रतिरोधी तंत्र पर हमला करता है। हालांकि, डेंगू से बचना हमारे हाथ में होता है और इसे फैलने से रोका जा सकता है। दरअसल, बारिश होने के बाद जगह-जगह पानी इक_ा होने लगता है, जिसमें डेंगू के मच्छर पनपते हैं और फिर आतंक मचाते हैं।

मुकाबले की तैयारी

डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर निकाय भी सक्रिय हैं और फॉगिंग के साथ ही साफ-सफाई और जागरूकता अभियान चल रहा है। हालांकि, इन सबके बावजूद यहां हर साल डेंगू के मरीज मिलते ही हैं। जिला में डेंगू के लिए कोई अलग बजट नहीं बनता है, बल्कि इसका बजट मच्छर जनित बीमारियों के लिए एक साथ आता है और इससे डेंगू, चिकनगुनिया सहित अन्य बीमारियों की रोकथाम की दिशा में काम चलता है।

स्वास्थ्य विभाग कर रहा है ब्रीडिंग चेक

पूर्वी सिंहभूम जिला में स्वास्थ्य विभाग सरकार द्वारा निर्धारित 15 जुलाई से पहले यानी 11 जुलाई से ही काम शुरू कर चुका है। पिछली बार जहां लार्वा मिला था, वहां ब्रिडिंग चेक हो रहा है। विभाग इस बार काफी सावधानी भी बरत रहा है।

बरती जा रही सावधानी

बेंगलुरू अभी डेंगू का हॉट स्पॉट जोन बना हुआ है। ऐसे में वहां से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है। हाल के दिनों में कुछ लोग शहर आए हैं, जांच के बाद इनमें से कुछ डेंगू पॉजिटिव मिले हैं। ऐसे में खास सावधानी बरती जा रही है।

निकायवार गठित की गई है टीम

जमशेदपुर में डेंगू की जांच और रोकथाम के लिए निकायवार तीन टीमें गठित की गई हैं। इनमें एक जुगसलाई, एक साकची और एक मानगो नगर निगम के लिए टीम गठित हुई। इसके अलावा जुस्को की टीम भी अपने स्तर से काम में लगी रहती है। इन टीमों को नियमित रूप से अपना काम करने को कहा गया है। इसके अलावा जितने भी हॉट स्पॉट हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम नजर रखेगी। इसी तर्ज पर काम चल रहा है।

फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव

डीसी के निर्देश पर 10 जुलाई से शहरी क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया आदि मच्छर जनित बीमारियों से बचाव एवं रोकथाम हेतु फॉगिंग, एंटी लार्वा एवं ब्लीचिंग का छिड़काव किया जा रहा है। नगर निकाय के द्वारा शहरी क्षेत्र के जल जमाव वाले क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही फॉगिंग भी करायी जा रही है। डेंगू के संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए एहतियातन प्रत्येक वार्ड में खासकर जल जमाव एवं दूषित स्थलों पर लार्वा साइट एवं अन्य मच्छर रोधी रसायनों का छिड़काव करने के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। प्रतिनियुक्त कर्मियों को स्प्रे मशीन एवं मच्छर रोधी केमिकल उपलब्ध कराया गया है।

0657-2235836 पर करें फोन

डेंगू को लेकर जिला सर्विलांस विभाग की ओर से हेल्पलाइन नंबर 0657-2235836 जारी किया गया है। जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा। असद ने कहा कि डेंगू को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। अगर किसी भी व्यक्ति को इससे संबंधित कोई जानकारी चाहिए तो वे हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।

दवा का करें यूज

डेंगू बीमारी न हो इसके लिए जरूरी है कि मच्छर भगाने वाली दवा का इस्तेमाल करें। इससे मच्छरों के काटने का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। मच्छरों को भगाने के लिए घर के अंदर मॉस्क्यूटो कॉइल या वेपोराइजर का इस्तेमाल किया जा सकता है। शरीर को ज्यादा से ज्यादा कवर करना चाहिए। सोने से पहले मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। मच्छरों को खुद से दूर रखने के लिए मच्छरदानी बेहतर विकल्प है।

निकायवार टीम की गठन किया गया। ब्रीडिंग चेकर्स की टीम भी रिहायशी इलाकों में ब्रीडिंग की जांच कर रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लगातार अभियान चला रही है।

-ए मित्रा, डीएमओ, पूर्वी सिंहभूम