JAMSHEDPUR: जिला समन्वय समिति की बैठक उपायुक्त कार्यालय के सभागार में हुई। इसमें शिक्षा विभाग की ओर से पूर्वी सिंहभूम के जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने प्रतिनिधित्व किया।
बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला ने की। इसमें सबसे पहले उपायुक्त ने मैट्रिक की तैयारियों की समीक्षा की। कहा कि मैट्रिक में जिला को राज्य में नंबर वन बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश दिया कि वे जैक द्वारा निर्धारित मॉक टेस्ट के अलावा कम से कम पांच मॉक टेस्ट लें। इससे परीक्षार्थियों में लगातार निखार आयेगा और इसका परिणाम नजर आयेगा। मॉक टेस्ट की शुरुआत 6 जनवरी से हो रही है। इसके बाद उन्होंने स्कूल के शैक्षणिक विकास के लिए कार्य करने वाले शिक्षकों की पहचान करने और उसकी सूची बनाये। बायोमीट्रिक हाजिरी बनाने को अनिवार्य करने को कहा गया। उपायुक्त ज्ञान सेतु व ई-विद्यावाहिनी की समीक्षा की। स्कूल बैग को ले आवंटित राशि की समीक्षा की गई। उन्होंने कहा कि स्कूलों को अगर कमरों की आवश्यकता है तो एक सप्ताह के अंदर संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रतिवेदन समर्पित किया जाये। पारा शिक्षकों का दिसंबर माह का वेतन विपत्र चार दिनों के अंदर राज्य को भेजने का निर्देश दिया गया।
राशि हो गई आवंटित
उपायुक्त की समीक्षा बैठक के दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी से यह जानकारी ली गई कि पोशाक की राशि वितरित हुई या नहीं। शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जिला को पोशाक मद में एक लाख 44 हजार बच्चों के लिए 8 करोड़ 64 लाख का आवंटन एक दिन पहले ही मिला था। गुरुवार को एक लाख से अधिक बच्चों के खाते में कुल 6 करोड़ राशि भेज दी गई।
शिक्षकों की समिति बनी
मॉक टेस्ट के लिए दस शिक्षकों की समिति बनाई गई है। ये शिक्षक प्रश्न पत्र तैयार करेंगे। इन शिक्षकों को एक सप्ताह के अंदर प्रश्न पत्र तैयार कर विभाग के पास जमा करने को कहा गया है। इन प्रश्न पत्रों के आधार पर जिले में अलग से मॉक टेस्ट का आयोजन होगा।