JAMSHEDPUR: जमशेदपुर साइबर थाना की सक्रियता के कारण रांची जिले के सिंह मोड़ मेकॉन निवासी रंजीत साह के खाते से उड़ाये गए एक लाख रुपये वापस जमा करा दिया गया।
पतंजलि के ननफूडिंग विभाग के हेड रंजीत साह ने बताया कि 3 नवंबर को उनके खाते से 1 लाख रुपये की निकासी कर ली गई थी। पटना के आइसीआइसीआइ की एटीम से दो बार 40-40 और एक बार 20 हजार रुपये निकाले गए थे। रंजीत 11 नवंबर को जमशेदपुर के कदमा उलियान पैतिृक आवास आए थे। इसकी जानकारी साइबर थाना को दी गई। वरीय पुलिस अधीक्षक को भी मामले से अवगत कराया गया। पुलिस ने सक्रियता से कार्रवाई की।
वरीय बैंक अधिकारियों से किया संपर्क
साइबर थाना के प्रभारी सत्येंद्र नरायण सिंह ने बताया कि रिजर्व बैंक और आइसीआइसीआइ बैंक के वरीय अधिकारियों से संपर्क किया गया। नियमों का हवाला दिया गया कि जब ग्राहक ने ओटीपी नंबर किसी को नहीं बताया बावजूद उसके रुपये की निकासी हो गई तो ऐसे में बैंक का फर्ज बनता है कि निकासी राशि ग्राहक को वापस कराई जाय। बैंक के रुपये रुपये निकासी करने वाले का सीसीटीवी फुटेज भी अधिकारियों को भेजा गया। कानूनी कार्रवाई किए जाने को लेकर दबाव बनाया गया। 22 नवंबर को रंजीत साह के खाते में 1 लाख रुपये वापस किए जाने की जानकारी मिली।
मामला एटीम क्लोन से जुड़ा हुआ है। शिकायत पीडि़त ने की। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। ग्राहक की गलती नहीं थी। उसके रुपये वापस कराएं गए। साइबर थाना के कारण कई साइबर क्राइम के शिकार हुए लोगों का रुपया वापस कराया गया है।
-अनूप बिरथरे, एसएसपी, ईस्ट सिंहभूम