JAMSHEDPUR: जुगसलाई में शनिवार की रात एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई। इसके बाद उसका शव चार घंटे तक घर में ही पड़ा रहा। एंबुलेंस पहुंचा तो उसके साथ चालक के अलावे कोई आदमी नहीं मौजूद था। जिसके कारण शव को उठाकर मोक्ष वाहन में ले जाने वाला कोई नहीं था। ऐसे में मृतक की बेटी बिना पीपीई किट पहने शव को एंबुलेंस में ले गई। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद वे लोग टीएमएच में संपर्क किए तो वहां से जवाब मिला कि बिना लक्षण वाले मरीज यहां भर्ती नहीं लिया जाएगा। इसके बाद वे लोग होम आइसोलेशन में थे। लेकिन इस दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक बार भी संपर्क नहीं किया गया। जबकि विभाग की ओर से दावा किया जाता है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों पर सीधे नजर रखा जाता है और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाती है। अगर निगरानी होती तो मरीज सही समय पर अस्पताल पहुंच जाता और उसकी जान बच जाती।
महिला शिक्षिका कोरोना पॉजिटिव
जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की महिला शिक्षिका कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। इस कारण कॉलेज के कर्मचारियों एवं शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। यह शिक्षिका शुक्रवार को उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में कई शिक्षकों के साथ कॉलेज में बैठी थी। मालूम हो कि वीमेंस कॉलेज में ऑनलाइन चल रही परीक्षाओं को लेकर लगभग 50 कर्मचारी व शिक्षक रोजाना कॉलेज आ रहे हैं।
घर पर रहना होगा क्वारंटीन
टाटा स्टील के वैसे कर्मचारी जो कोरोना से संक्रमित हो गई है और उनके संपर्क में आने से उनके आश्रित भी पॉजिटिव हुए हैं। ऐसे लोगों को घर पर ही होम क्वारंटीन रहना होगा। टाटा स्टील प्रबंधन ने रविवार को टे¨स्टग प्रोटोकॉल की नई नियमावली जारी की। नए निर्देशों के तहत घर में संक्रमित हुए कर्मचारियों के आश्रितों को टीएमएच में आरटी-पीसीअर टेस्ट की जरूरत नहीं होगी। वहीं, झारखंड के दूसरे जिलों से यात्रा कर लौटे कर्मचारियों को टीएमएच के कोविड सेंटर में जाना होगा। वहीं, दूसरे राज्यों से लौटे कर्मचारियों को टीएमएच में 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट करना होगा। इसके बाद उन्हें 14 दिनों तक क्वारंटीन में रहना होगा।