जमशेदपुर(ब्यूरो)। अरका जैन विश्वविद्यालय में विज़नरी वॉयेज-द इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। कॉन्क्लेव में विभिन्न क्षेत्रों और उद्योग विशेषज्ञों ने शिरकत की। इनमें टाटा इंटरनेशनल व्हीकल एप्लीकेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट हेड मुनीश कुमार मुख्य पैनलिस्ट के रूप में शामिल थे। इसके अलावा टाटा स्टील ग्रोथ शॉप, गम्हरिया के वित्त एवं लेखा प्रमुख कमलेश कुमार, टाटा कमिंस प्राइवेट लिमिटेड गवर्नमेंट रिलेशन डिपार्टमेंट के महाप्रबंधक सुप्रतीक सरकार, टाटा मोटर्स लिमिटेड आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन (लॉजिस्टिक्स) के उप महाप्रबंधक पंकज कुमार, टाटा कमिंस प्राइवेट लिमिटेड के सोर्सिंग एनालिस्ट (आईपी) नरेंद्र कुमार तथा एक्सएलआरआई जमशेदपुर के संकाय सदस्य डॉ गिरधर रामचंद्रन उपस्थित थे।

टॉक शो का आयोजन

कार्यक्रम के दौरान एक टॉक शो हुआ, जिसमें मेजबानों ने पैनलिस्टों के साथ उद्योग परिवर्तन के विभिन्न कारकों पर चर्चा की। प्रत्येक पैनलिस्ट ने उद्योग परिवर्तन और कॉरपोरेट जगत में प्रवेश के लिए छात्रों के साथ नए युग के कौशल के बारे में बहुमूल्य राय साझा किए। मुख्य पैनलिस्ट टाटा इंटरनेशनल व्हीकल एप्लीकेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट हेड मुनीश कुमार ने कहा कि उद्योग परिवर्तन पूरी गति पर है। छात्रों को खुद को भरोसेमंद व कुशल मानव संसाधन के रूप में तैयार करना चाहिए, ताकि वे उद्योग में भर्ती करने वालों की पहली पसंद बन सकें। उन्होंने छात्रों के लिए सिक्स सिग्मा के महत्व पर भी जोर दिया।

नैतिकता बहुत जरूरी

टाटा स्टील ग्रोथ शॉप के वित्त और लेखा प्रमुख कमलेश कुमार ने कहा कि कॉरपोरेट जगत में जीवित रहने के लिए नैतिकता बहुत महत्वपूर्ण है। वहीं सुप्रतीक सरकार ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आगमन के साथ, छात्रों को खुद को नवीनतम रुझानों और प्रौद्योगिकी के साथ अद्यतन रखने की आवश्यकता है, ताकि प्रौद्योगिकी उनके लिए एक वरदान और अवसर बन जाए।

प्रबंधकों की गतिशीलता पर जोर

टाटा मोटर्स लिमिटेड के आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन (लॉजिस्टिक्स) के उप महाप्रबंधक पंकज ने कहा कि उद्योग परिवर्तन के साथ, भविष्य के प्रबंधकों की गतिशीलता में भी अभूतपूर्व बदलाव होने चाहिए। नरेंद्र कुमार ने व्यावहारिक पहलुओं को समझाया और कहा कि इन दिनों स्मार्ट वर्क ही सफलता की कुंजी है। एक्सएलआरआई जमशेदपुर के संकाय डॉ। गिरधर रामचंद्रन ने बताया कि सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण कौशल उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करना है।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के निदेशक सह रजिस्ट्रार डॉ अमित श्रीवास्तव, विभिन्न विभागाध्यक्ष, कार्यक्रम समन्वयक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर कैपेबिलिटी डेवलपमेंट एंड ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, (सीसीएचआरडी) का अतिथियों ने उदघाटन किया। सीसीएचआरडी की सहायक निदेशक डॉ चारु वाधवा के नेतृत्व में केंद्र का संचालन किया जायेगा। कांक्लेव का आयोजन संयुक्त रूप से डॉ उर्वशी ठाकुर, प्रमुख, प्रबंधन विभाग - एमबीए और सहायक निदेशक, सीसीएचआरडी, डॉ चारु वाधवा द्वारा किया गया था। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ सुब्रतो डे, अभिषेक उपाध्याय और मुकुल पांडे द्वारा किया गया था।