छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: क्रिसमस की धूम पर मंगलवार को ठंड भी बेअसर रहा। सुबह से ही शहर के चचरें पर लोगों की भीड़ जुटने लगी थी। चर्चो में सुबह ईसाई समुदाय के लोगों ने विशेष प्रार्थना की। इस दौरान चर्चो में सेंटा क्लॉज ने बच्चों को गिफ्ट भी दिए। क्रिसमस पर चर्च में यीशु की सुंदर झांकी और क्रिसमस ट्री पर लगे रंगबिरंगी झालर सुंदरता में चार चांद लगा रहे थे। बिष्टुपुर स्थित सेंट जॉर्ज चर्च में सुबह पेरिस स्तरीय आराधना की गई। इस दौरान चर्च की रौनक देखने लायक थी। आराधना में शहर के अलावा मुसाबनी, मऊभंडार, राखा व रांची के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से भी लोग शामिल हुए। इस अवसर पर चर्च के फादर दीपक अनिल जोजो ने यीशु मसीह के जन्म लेने के उद्देश्य और उनकी जीवनी पर प्रवचन दिया। उन्होंने बताया कि प्रभु यीशु त्याग की मिसाल थे। मानव जाति को पाप से छुटकारा दिलाने और उन्हें अंधेरे से ज्योति की ओर ले जाने के लिए उन्होंने जन्म लिया था। कार्यक्रम में करीब दो हजार लोगों का जुटान था।
क्रिसमम की दी बधाई
सभी एक दूसरे को क्रिसमस की बधाई दे रहे थे। यहां सुबह आठ बजे अंग्रेजी में रांची से आए फादर सिकंदर नाग ने प्रवचन दिया। वहीं बेल्डीह बैप्टिस्ट चर्च में सुबह नौ बजे प्रार्थना सभा हुई। मौके पर फादर मनोज ने प्रवचन देते हुए कहा कि प्रभु यीशु मसीह ने मानवता व प्रेम का संदेश देने के लिए धरती पर जन्म लिया। उन्होंने बताया कि वे दीन बने इसके लिए चरनी में जन्म लिया। इस दौरान चर्च में ओडिया और तेलगु में प्रभु भक्ति के गीत गाए गए। वहीं गोलमुरी स्थित सेंट जोसफ चर्च में सुबह सात बजे ¨हदी में व नौ बजे अंग्रेजी में और सेंट मेरीज चर्च बिष्टुपुर में सुबह साढ़े छह बजे अंग्रेजी में और आठ बजे ¨हदी में प्रार्थना किया गया। इस दौरान चर्च में उपस्थित मसीही समाज ने एक दूसरे को गले लगाकर क्रिसमस का मुबारक बात दिया। क्रिसमस पर चर्चो में प्रभु यीशु की आराधना लोगों को आकर्षित कर रही थी। इसके साथ ही शहर के पार्क, रेस्टोरेंट, मॉल व अन्य स्थानों में में क्रिसमस की खुशियां मनाते लोग दिखे।
प्यानो की धुन पर हुआ कैरल
शहर के बिष्टुपुर स्थित चर्च में प्यानों की धुनों पर कैरल प्रे की गई। इस मौके पर हुए विशेष कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को दया और धर्म के साथ जीवन को जीने की प्रेरित किया गया। इस मौके पर समाज के लोगों ने कैंडल जलाकर ईशु से प्रे करके समाज और शहर की सलामती के लिए प्रे किया। उन्होंने कहा कि संसार में प्रभु ईशु का बलिदान बेकार नहीं जाना चाहिये।
31 को नये साल में फिर से होगी प्रार्थना
जीजस क्राइस्ट के जन्म दिवस के बाद 31 दिसंबर को नये साल के आगमन के लिए थैंक्स गिविंग की प्रार्थना की जाएगी। संत जोसेफ के फादर मनोज तिग्गा ने बताया कि पुराने साल की समाप्ति के लिए थैक्स गिविंग और धन्यवादी प्रार्थना की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह प्रार्थना सभा पुराने साल को धन्यवाद देने के लिए औन नये साल के आगमन पर किया जाता हैं।