छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: गुरुनानक देव जी के प्रकाश उत्सव के मौके पर जिला प्रशासन से अनुमति मिलेगी तो 30 नवंबर की सुबह 11 बजे स्टेशन रोड गुरुद्वारा से नगर कीर्तन निकाला जाएगा। यह नगर कीर्तन जुगसलाई फाटक से होते हुए बिष्टुपुर मेन रोड होते हुए जुस्को कार्यालय से मुड़कर स्टेट माइल रोड से साकची गोलचक्कर होते हुए गुरुद्वारा साहिब साकची में शाम 4.30 बजे नगर कीर्तन का समापन होगा। यह जानकारी सीजीपीसी कार्यालय में रविवार को हुई गुरुद्वारा कमेटियों की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। इसके साथ ही 30 नवंबर को सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पूर्व की तरह गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव का आयोजन अपने अपने गुरुद्वारा में कर सकते है।

इससे पूर्व बैठक में उपस्थित टिनप्लेट गुरुद्वारा के सुरजीत सिंह ने विरोध जताते हुए कहा कि प्रत्येक बार नगर कीर्तन स्टेशन रोड व समर्थक गुरुद्वारों से क्यों निकलेगा। इस पर प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि नगर कीर्तन निकालने के लिए सिर्फ स्टेशन रोड गुरुद्वारा द्वारा ही चिट्ठी दी गई है। अगर किसी और गुरुद्वारा से नगर कीर्तन निकालने के गुरुद्वारा प्रबंधच् इच्छुक हैं तो वे चिट्ठी दें। उस पर विचार किया जाएगा। इसी मामले ने तूल पकड़ लिया और फिर धीरे धीरे विरोध के स्वर ऊंचे उठने लगे और कई मुद्दों पर हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान दो पक्षों में धक्का मुक्की भी शु्रू हो गई। हंगामा के कारण बैठक को बीच में ही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। बैठक में दोनों खेमों को गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारी उपस्थित थे। हंगामा बढ़ने पर साकची पुलिस सीजीपीसी कार्यालय पहुंची। किसी ने हंगामा की सूचना साकची पुलिस को दे दी। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ।

पाठी की सेवा 150 रुपये

लौहनगरी के गुरुद्वारों में अखंड पाठ करने वाले पाठियों की सेवा 100 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये कर दी गई है। यह पाठियों को दो घंटे तक पाठ की सेवा करने के लिए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सौ रुपये दिए जाते थे। लेकिन अब इसकी सेवा बढ़ाकर 150 रुपये कर दी गई है। यह बातें सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान महेंद्र सिंह ने रविवार को सीजीपीसी कार्यालय में आयोजित बैठक में कही। बैठक में गुरुद्वारा के ग्रंथी, सेवादार सहित अन्य कर्मचारियों को पीएफ व मेडिकल सुविधा दिए जाने की मुद्दे को उठाया गया। मुसाबनी गुरुद्वारा के चाहरदिवारी के लिए सभी गुरुद्वारा कमेटियों द्वारा अपने स्थर से फंड जमा कर करीब तीन लाख रुपये मुसाबनी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को दिए जाने पर सहमति बनी।

संख्या बढ़ाने की मांग

बैठक के दौरान रंगरेटा महासभा के अध्यक्ष व सीजीपीसी के सलाहकार मनजीत सिंह गिल ने कहा कि बिरसानगर बस्ती में सिखों की आबादी है। लेकिन यहां सिर्फ गुरुद्वारा कमेटी के तीन सदस्यों को ही सीजीपीसी के प्रधान के चुनाव में वोट देने का अधिकार है। इतना ही नहीं नामदा बस्ती, टुइलाडुंगरी, व बारीडीह गुरुद्वारा के कम सदस्यों को ही वोट देने का अधिकार है। इसमें इजाफा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कम आबादी वाले गुरुद्वारा कमेटी में सात सदस्य को वोट देने का अधिकार दिया गया है तो अधिक आबादी वाले गुरुद्वारा के तीन सदस्यों को वोट देने का अधिकार दिया गया है। मंजीत सिंह गिल की बातों को ध्यान में रखते हुए सर्वसम्मति से यह तय हुआ कि संविधान के अनुसार गुरुद्वारा कमेटियों के क्षेत्र का सीजीपीसी कमेटी सर्वे करेगी और सर्वे की रिपोर्ट सीजीपीसी के प्रधान को सौंपेगी। इसके उपरांत विभिन्न गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान व सचिव की बैठक कर आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।

गुरुद्वारों के चुनाव पर 31 मार्च तक रोक

बैठक को संबोधित करते हुए सीजीपीसी के प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि जिन गुरुद्वारों में चुनाव नहीं हुए है। उन गुरुद्वारों के चुनाव पर 31 मार्च 2021 तक रोक रहेगी। अगर कोई गुरुद्वारा कमेटी सर्वसम्मति से प्रधान का चुनाव करता है तो उसे सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एक सप्ताह के बाद स्वीकार करेगी। अगर इस बीच किसी ने आपत्ति जताई तो पुन: सर्वसम्मति का प्रयास किया जाएगा। बैठक में झारखंड गुरुद्वारा कमेटी के चेयरमैन शैलेंद्र सिंह, बलवीर सिंह बल्ली, तरसेम सिंह, गुरुदयाल सिंह भाटिया, पटना साहेब के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह, हरनेक सिंह, भगवान सिंह, हर¨वदर सिंह मंटू, नरेंद्र पाल सिंह भाटिया, दलबीर सिंह, जसवीर सिंह पदरी, सुख¨वदर सिंह, अजीत सिंह गंभीर, हरदयाल सिंह, सहित गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारी उपस्थित थे।