JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की निगेहबानी अब 125 सीसीटीवी कैमरे करेंगे। अस्पताल में पंचिंग कर ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सक, नर्स व कर्मचारियों की मनमानी नहीं चलेगी। परिसर में लगने वाली यह 'तीसरी आंख' चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगी। सारे कैमरों का डिस्प्ले अस्पताल अक्षीक्षक के केबिन पर लगाया जाएगा। अस्पताल में होने वाली मनमानी के चलते अधीक्षक एसएन झा ने ओपीडी में नौ कैमरे लगाने का आदेश दिया है। इसके अलावा इमरजेंसी, महिला एवं प्रसूति विभाग, शिशु, सर्जरी, हड्डी, ईएनटी, नेत्र, आहार, बर्न सहित सभी विभागों में कैमरे लगाने का निर्देश दिया गया है। कैमरा लगाने वाले ऑपरेटरों ने बताया कि तीन दिन में यह कैमरे काम करने लगेंगे।
इसके साथ ही एसी और पंखों लिए 55 लाख रुपये मिले हैं। बिजली उपकरणों के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से 2.40 करोड़ रुपये का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को भेजा गया था। इसमें 55 लाख रुपये ऊर्जा विभाग को दिए गए हैं। इसकी जानकारी हॉस्पिटल मैनेजमेंट को दे दी गई है।
गायब रहने की मिलती थी शिकायत
अस्पताल के अधीक्षक एसएन झा ने बताय कि कैमरे न लगे होने से कभी डाक्टर तो कभी नर्स तो कभी अन्य स्टॉप गायब होने की शिकायत मिलती थी। जिसके चलते विभाग से परिसर में कैमरे लगाने की मांग की गई थी। उन्होंने बताया कि परिसर से मोटरसाइकिल, साइकिल आदि की निगरानी भी हो सकेगी। उन्होंने बताया कि ओपीडी में डाक्टरों का देर से आना और जल्दी उठ जाने के चलते मरीज लौट जाते थे। उन्होंने बताया सभी स्टॉफ से बेहतर संवाद के लिए इंटरकॉम प्रणाली को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए सभी विभागों को मिलाकर कुल 250 इंटरकॉम सेट लगाये जाएंगे। इंटरकॉम से किसी भवन में एक कमरे से दूसरे कमरे में फोन पर बात करने की सुविधा होगी।
अधीक्षक-उपाधीक्षक ने किया निरीक्षण
रविवार होने के बावजूद अधीक्षक डॉ। एसएन झा व उपाधीक्षक डॉ। नकुल प्रसाद चौधरी अस्पताल की व्यवस्था देखने पहुंचे। अचानक से अधीक्षक-उपाधीक्षक को देखकर कर्मचारी भी हैरान हो गए। इसके बाद अधीक्षक ने साफ-सफाई व अस्पताल परिसर में लग रहे सीसीटीवी कैमरा का जायजा लिया। सीसीटीवी कैमरे लगते देख कर्मचारियों ने आपस में चर्चा करते दिखे कि अब बैठकी नहीं चलने वाली है। अधीक्षक डॉ। एसएन झा ने कहा कि सीसीटीवी कैमरे से पूरे अस्पताल पर नजर रखीं जा सकेगी। सभी को समय पर ड्यूटी आने व जाने का निर्देश जारी किया जा चुका है।