CHAIBASA: जिले में तेजी से बढ़ रहे बड़े वाहनों को लेकर जहां आम लोगों को आवागमन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं बढ़ते वाहनों के कारण शहर की सड़कों पर जाम लगा रहता है। इस कारण कई बार सड़क हादसे जैसी घटनाएं भी घटते रहती हैं। साथ ही कोल्हान प्रमंडलीय पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में अब वीआइपी लोगों का आना जाना भी काफी है। दूसरी ओर इस जिले से सरकार को एक बढ़ा राजस्व भी अर्जित होता है। इन सभी मामलों को देखते हुए जिले की वर्तमान सड़कों का भी बदलाव लाजमी है।
किया गया विचार-विमर्श
इसी मामले को लेकर गुरूवार को कोल्हान आयुक्त विजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक की गई। बैठक में कई सड़कों और ¨लक रोड को लेकर विचार विमर्श हुआ। पूर्व में भी चाईबासा उलीहातु (एचपी गैस सेंटर सड़क ) से उलीझारी सड़क और इसी सड़क से जुड़ी बिहार पठारी विकास परियोजना द्वारा निर्मित सड़क को भी बाईपास सड़क बनाने के लिये 2008 में सर्वे किया गया था। पुन: शहर में बाईपास बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ करने के लिए कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त विजय कुमार सिंह ने उपायुक्त अरवा राजकमल और एनएच के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बाईपास बनाने के लिए रणनीति तैयार की। आयुक्त ने बताया कि 219 करोड़ की लागत से 19 किलोमीटर का बाईपास शहर से निकलने के लिए तैयार किया जाएगा। इसको लेकर जल्द ही भूमि अधिग्रहण का काम भी प्रशासन के द्वारा कराया जाएगा। 12 गांव से होते हुए यह बाईपास शहर से निकलेगा। इससे शहर में ट्रैफिक की समस्या खत्म हो जाएगी।